अधिवेशन के जरिये ट्रांसपोर्ट मालिकों द्वारा दिये गये कई प्रस्तावों को मंजूर करते हुए मंत्री ने कहा कि बिहार के किशनगंज जिला के तीन किलोमीटर इलाके में बंगाल आने-जाने वाले मालवाहक वाहनों को जो परेशानी उठानी पड़ती है, उस पर बिहार सरकार के साथ बातचीत कर जल्द दूर कर लिया जायेगा.
साथ ही हाइवे की जर्जर अवस्था की वजह से ट्रकों को कोलकाता से सिलीगुड़ी पहुंचने में 12-14 घंटे के बजाय 24-26 घंटे लगने के बारे में श्री अधिकारी ने कहा कि सड़कों को विकसित करने के लिए ममता सरकार काफी गंभीर है. सड़कों का जो विकास बरसों के वाम शासन में नहीं हुआ, वह ममता सरकार के समय मात्र छह साल में हुआ है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा एशियन हाइवे का काम कछुए की चाल से हो रहा है. इसकी वजह से वाहनों को गंतव्य तक पहुंचने में अतिरिक्त समय लग रहा है.
उन्होंने बंगाल की सड़कों पर वाहनों को जाम की समस्या से निजात दिलाने का भी वादा किया. उन्होंने कहा कि इसके लिए इसलामपुर में बाइपास का काम युद्धस्तर पर शुरू हो गया है और दालखोला में भी काम चल रहा है. श्री अधिकारी ने सिलीगुड़ी में एक और परिवहन नगरी बनाने का भी एलान किया. अधिवेशन के मंच से ही परिवहन मंत्री ने ट्रक व ट्रांसपोर्ट मालिकों को चेताते हुए कहा कि ओवरलोडिंग कतई बरदाश्त नहीं की जायेगी. इसके लिए नेशनल हाइवे व राज्य सड़कों पर नजरदारी बढ़ायी जायेगी. घोषपुकुर और करणदिघी में दो नये चेकपोस्ट बनाये जायेंगे.