भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु के रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की ख़बर का शीर्षक है- ‘दिल है सिंधुस्तानी’
अख़बार लिखता है कि संघर्षपूर्ण प्रदर्शन ने उन्हें रियो में रजत पदक दिलाया और वो देश के 120 करोड़ लोगों के दिल जीतने में कामयाब रहीं.
ख़बर के मुताबिक, सिंधु के पिता पीवी रमना ने कहा, "पदक का रंग कोई भी हो, ओलंपिक मेडल जीतना आसान नहीं है."
वहीं ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने अपनी लीड खबर की सुर्ख़ी लगाई है- ‘फिर भी दिल है सिंधुस्तानी.’ अख़बार ने बताया है कि सिंधु बीते तीन दिन में गूगल पर सर्च किए गए भारतीय एथलीटों में पहले नंबर पर रही हैं.
‘द स्टेट्समैन’ ने ख़बर की हेडलाइन दी है, ‘ये चमकता है, लेकिन सोना नहीं है.’ अख़बार ने पूरे फ़ाइनल मैच का हाल बयां किया है.
‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने भी इसी ख़बर को पहली ख़बर बनाया है. ख़बर की सुर्खी है, ‘थैंक्यू’. अख़बार ने बताया है कि सिंधु ओलंपिक में सिल्वर जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं.
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की ही एक अन्य ख़बर के मुताबिक भारत की ओर से चरमपंथ पर दोतरफा बातचीत के लिए पांच सूत्रीय एजेंडा रखे जाने के एक दिन बाद पाकिस्तान ने भी जम्मू-कश्मीर पर अपना रुख कड़ा कर लिया है.
अख़बार के मुताबिक पाकिस्तान ने भारत को ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव की याद दिलाई है और जम्मू कश्मीर के लोगों की इच्छा’ की बात की है.
अख़बार के मुताबिक पाकिस्तान ने कहा है कि ‘जम्मू कश्मीर के निर्दोष लोगों के मानवाधिकार का उल्लंघन’ बंद होना चाहिए.
‘द हिंदू’ की एक ख़बर के मुताबिक अफ़गानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने बलूचिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की सराहना की है.
उन्होंने कहा कि भारत के पास पाकिस्तान के उकसावे का जवाब देने का अधिकार है.
‘द स्टेट्समैन’ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच मुलाकात की ख़बर को पहले पन्ने पर जगह दी है.
अख़बार के मुताबिक ये मुलाकात शुक्रवार को लखनऊ में हुई और करीब 90 मिनट तक चली. इस मुलाकात को ये संदेश देने की कोशिश माना जा रहा है कि परिवार में सब ठीक है.
बीते दिनों शिवपाल यादव के नाराज़ होने की ख़बरें सामने आई थीं. शिवपाल, अखिलेश के चाचा हैं और उनकी सरकार में मंत्री भी हैं.
‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की एक ख़बर के मुताबिक अक्टूबर से दिल्ली में मेट्रो कार्ड के जरिए बस में यात्रा की जा सकेगी.
दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (डीटीसी) ने प्रयोग के तौर पर एक बस में लगाई गई इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) के जरिए मेट्रो स्मार्ट कार्ड का कामयाबी से इस्तेमाल किया है.
अख़बार ने डीटीसी प्रवक्ता के हवाल से बताया है कि डीटीसी की 70 फ़ीसदी बसों में ईटीएम लगे हुए हैं और बाकी में अक्टूबर के मध्य तक लगा दिए जाएंगे.
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