उधर डीएम कुमार रवि काे झारखंड के चतरा में बांध के टूटने व डाेभी के घाेड़ाघाट में बांध के भी टूटने की खबर मिली, ताे प्रखंड के बीडीओ व सीओ को निर्देश दिया कि घोड़ाघाट डैम जाकर स्थिति से अवगत करायें. सीआे जब घाेड़ाघाट डैम गये ताे उक्त दाेनाें बांध के टूटे हाेने की खबर काे गलत पाया. चतरा में पानी का तेज बहाव के मद्देनजर बांध के टूटने की संभावना बनी हुई है. इसका सीधा असर घाेड़ाघाट डैम पर पड़ेगा. वहां तैनान कर्मचारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. चतरा बांध के टूटने के बाद जिले के कई प्रखंडाें व गांवाें में तबाही मच सकती है.
इससे अगल–बगल के गांवों में भारी क्षति हो सकती है. इस संबंध में डोभी बीडीओ जयराम चौरसिया ने बताया कि झारखंड के चतरा जिला में स्थित डैम में पानी का दबाब खतरे के निशान से ऊपर होने के कारण डोभी प्रखंड के वासियों को खास कर निरंजना नदी के किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों को अलर्ट जारी कर दिया गया है. घाेड़ाघाट डैम के कर्मचारियों को भी सर्तक रहने का निर्देश जारी किया गया है.
निरंजना में पानी का फ्लाे बढ़ने से बाेधगया के कई गांव भी डूब सकते हैं. गुरुवार की रात आठ बजे फल्गु का जलस्तर अचानक ढाई फुट उपर चला आया है. डीएम कुमार रवि ने घाेड़ाघाट डैम टूटने की खबर काे गलत बताते हुए कहा है कि झारखंड व गया में हाे रही तेज बारिश की वजह से नदियाें का जलस्तर बढ़ सकता है. ऐसी स्थिति में नदी किनारे बसे या अन्य लाेग नदियाें में न उतरें. अपने बच्चाें काे स्नान के लिए नदी, नहर व आहर में न भेजें. उन्हाेंने कहा कि नदी के किनारे गार्ड व चाैकीदाराें काे लगाया जा रहा है, ताकि एहतियात के ताैर पर किसी काे नदी में उतरने से मना कर सकें. साथ ही जलस्तर बढ़ने की स्थिति में प्रशासन काे आगाह करेंगे, ताकि जरूरी कदम उठाये जा सकें.