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पटना में गंगा ने दिखाया अपना रौद्र रूप, खतरे के निशान से ऊपर, निगरानी जारी

पटना : राजधानी पटना पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. प्रशासन ने आम लोगों को गंगा नदी के आस-पास नहीं जाने की चेतावनी जारी कर दी है. गंगा अपने पूरे उफान पर है. पटना के कई घाटों पर प्रशासन अपनी नजर बनाये हुए है. गंगा अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह […]

पटना : राजधानी पटना पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. प्रशासन ने आम लोगों को गंगा नदी के आस-पास नहीं जाने की चेतावनी जारी कर दी है. गंगा अपने पूरे उफान पर है. पटना के कई घाटों पर प्रशासन अपनी नजर बनाये हुए है. गंगा अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जल स्तर की बात करें तो फिलहाल यह 49.29 सेमी. पर पहुंच गया है. धार में तेजी होने की वजह से शहर से सटे हुए घाटों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सभी जगहों पर प्रशासन ने आम लोगों की चेतावनी वाला पोस्टर लगा दिया है. प्रशासन ने लोगों से गंगा स्नान नहीं करने की चेतावनी भी जारी की है. जानकारी के मुताबिक कई जगहों पर खतरनाक रूप से कटाव हो रहा है. घाटों की निगरानी में लगे जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने उन स्थानों पर बालू के बोरे डालने शुरू कर दिये हैं जहां कटाव की ज्यादा संभावना है. मंगलवार को पटना जिलाधिकारी ने स्वयं गंगा के जल स्तर और प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लिया था.


पटना के गंगा घाट पर फोटोग्राफी और सेल्फी लेने पर रोक

गंगा नदी में बढ़े हुए जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने घाट पर जाकर फोटो खींचने और सेल्फी लेने वालों पर रोक लगा दी है. जानकारी के मुताबिक घाटों के ऊपर तक पानी आ जाने की वजह से वहां जाने वाले लोग सेल्फी लेने के साथ-साथ फोटो खींचने में लगे रहते हैं. अनहोनी की आशंका को देखते हुए पटना जिलाधिकारी ने घाटों के किनारे इस तरह के किसी भी प्रकार की फोटोग्राफी और सेल्फी लेने प र रोक लगा दी है. वहीं दूसरी ओर नहाने के लिये स्थानीय युवाओं द्वारा गंगा में छलांग लगाने की रिपोर्ट मिलने के बाद घाटों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गयी है. शाम होते ही नावों के परिचालन पर भी रोक लगा दी गयी है.

दानापुर में भी बाढ़ का खतरा

गंगा के उफान के कारण दियारे की पांच पंचायतों के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा बुधवार को शाम में देवनानाला पर गंगा का जल स्तर 166़ 90 फुटमापा गया ,जबकि खतरे का निशान 168 फुट है़ इधर, दियारे के निचली इलाकों व तट पर बसे लोग बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को विवश है़ं बाढ़ में दियारे में लगी फसल समेत हरी सब्जियां डूब गयी है़ं वहीं, अनुमंडल प्रशासन ने बाढ़ को देखते हुए दियारे में एलर्ट घोषित कर दिया है.

नाव परिचालन पर रोक

साथ ही शाम छह बजे के बाद गंगा में नाव के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है़ एसडीओ संजीव कुमार व सीओ राम प्रवेश राम ने बताया कि प्रशासन द्वारा प्रत्येक पंचायत में चार-चार नाव का परिचालन किया जा रहा है़ दियारे के लोगों ने बताया कि गंगहारा, नोनिया टोली, हेतनपुर, कासीमचक, बड़ा-छोटा हरशामचक, जफारपुर, पुरानी पानापुर व मानस पंचायतों के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा बुधवार को शाम में देवनानाला पर गंगा का जल स्तर 166़ 90 फुटमापा गया ,जबकि खतरे का निशान 168 फुट है़ वहीं, सहायक अभियंता ने बताया कि दो दिनों में गंगा का जल स्तर डेढ़ फूट घटा है़

सौ मीटर जमीन गंगा में विलीन

दानापुर. गंगा के तेज धारा व उफान से गंगहारा कचहरी के पश्चिमी ओर तेजी से कटाव हो रहा है़ कटाव से करीब एक सौ मीटर उपजाऊ जमीन गंगा में विलीन हो गयी है़ तेजी से कटाव होने से गंगहारा गांव पर खतरा मंडराने लगा है़ गंगहारा के पूर्व मुखिया शिवाजी शर्मा व पूर्व जिला पर्षद सदस्य ओम प्रकाश यादव ने जल संसाधन विभाग के मंत्री समेत आला अधिकारियों से तत्काल कटाव को रोकने के लिए मांग की है़ वहीं, सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता लक्ष्मण झा ने बताया कि इसकी जानकारी नहीं है़ उन्होंने बताया कि विभाग के कनीय अभियंता को गंगहारा कटाव स्थल पर भेज कर वस्तुस्थिति से अवगत होने के बाद कटाव को रोकने के लिए कार्य किया जाएगा़

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