नगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद बता रहे थे कि पहले फेज में स्मार्ट सिटी विकसित करने के लिए पांच सौ एकड़ क्षेत्र गांधी मैदान व कंकडबाग को लिया गया है. इसी बीच, कार्यक्रम में आये केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव बीच में बोल पड़े. …यह कैसा प्लान बता रहे हैं अाप लोग. पहले जलजमाव व पेयजल की बात कीजिए. कंकड़बाग व गर्दनीबाग क्या होता है ? ये दोनों क्षेत्र जलजमाव के हैं, यहां क्या विकास होगा. पटना सिटी के ऐतिहासिक क्षेत्र को कैसे छोड़े सकते हैं. पाटलिपुत्रा के इतिहास को बगैर लिये कैसे आगे बढ़ जाइयेगा!
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आमने-सामने: रामकृपाल के सुझाव पर बिदके अरुण सिन्हा,आये थे स्मार्ट सिटी पर बात करने पर शुरू कर दी ‘डर्टी पॉलिटिक्स’
पटना : यह पहली बड़ी कैंपेन थी, शहर के स्मार्ट सिटी की दौड़ में अपने शहर को शामिल करने की. शनिवार की शाम को नगर विकास व आवास विभाग के माध्यम से होटल मौर्या में आम लोगों व विभिन्न क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपनी-अपनी राय देने के लिए बुलाया गया था. पर, माननीयों ने […]
पटना : यह पहली बड़ी कैंपेन थी, शहर के स्मार्ट सिटी की दौड़ में अपने शहर को शामिल करने की. शनिवार की शाम को नगर विकास व आवास विभाग के माध्यम से होटल मौर्या में आम लोगों व विभिन्न क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपनी-अपनी राय देने के लिए बुलाया गया था. पर, माननीयों ने इस पूरे कार्यक्रम को ही राजनीतिक रूप दे दिया.
ऐसे कैसे बयान दे रहे हैं आप : मंत्री के इस बयान के बाद जैसे ही कुम्हार विधायक अरुण कुमार सिन्हा की बारी आयी, तो उन्हाेंने मंत्री को आड़े हाथों ले लिया. विधायक ने कहा कि आप ऐसे कैसे बोल देंगे कि कंकडबाग-गर्दनीबाग में जलजमाव हाेता है, तो उसका विकास ही न किया जाये. हमलोग कंकड़बाग, गर्दनीबाग, स्लम क्षेत्र को छोड़ कर कैसे आगे बढ़ सकते हैं.
मेयर ने भी मौका नहीं छोड़ा : मेयर अफजल इमाम ने भी राजनीति का मौका नहीं छोड़ा. मेयर बोले स्मार्ट सिटी में भारत सरकार के लोग हों या आम आदमी. किसी को पता ही नहीं कि इसमें आम लोगों का घर बसाना है कि घर उजाड़ना. कुछ पता ही नहीं चलता. सब कंफ्यूजन में हैं. यहां पांच सौ करोड़ में क्या होगा? जेनुआरएम के तहत 527 करोड़ की योजना केवल पेयजल के लिए आयी थी. इस पर मंत्री रामकृपाल बोले मेयर छोटे भाई जैसे हैं, पर हर बात में राजनीति अच्छी नहीं. अध्यक्षीय भाषण में नगर विकास मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि हम को इतनी जल्दी अधीर नहीं होना चाहिए. विकास सतत प्रक्रिया है. स्मार्ट सिटी पर मंथन के लिए लोगों को बुलाया है तो सबकी राय मान कर आगे बढ़ना होगा. कार्यक्रम में विधायक संजीव चौरसिया, बीआइए के अध्यक्ष रामलाल खेतान, डीएम संजय अग्रवाल, ट्रैफिक एसपी पीके दास आदि मौजूद रहे.
कंपनी और निगम ने रखा स्मार्ट सिटी का पहला खाका
पटना. शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए दो प्रमुख मुद्दों पर काम करना होगा. इसमें पहला एरिया बेस डेवलपमेंट का है और दूसरा पैन सिटी का काॅन्सेप्ट. शनिवार को नगर निगम और नगर विकास व अावास विभाग के माध्यम से मौर्या होटल से स्मार्ट सिटी कैंपेनिंग की शुरुआत की गयी. स्मार्ट सिटी के ड्राफ्टिंग के लिए चयनित आर्की टेक कंपनी ने अपने एक्सपर्ट के माध्यम से इस बात की जानकारी रखी कि पटना को स्मार्ट बनाने के लिए क्या प्लान तैयार किया जा रहा है. वहीं कैंपेन में आये लोगों को स्मार्ट सिटी को लेकर अपने विचार को साझा किया. कार्यक्रम का आयोजन की शुरुआत नगर आयुक्त के स्वागत भाषण से हुआ. इसके बाद मुजफ्फरपुर और बिहारशरीफ के स्मार्ट सिटी प्लान को पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दिया गया. इसके बाद शहर को स्मार्ट सिटी का ब्लू प्रिंट में अब तक क्या तैयार किया गया है, इसकी जानकारी दी गयी. इसके बाद नगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने बताया कि शहर पांच सौ करोड़ केंद्र व पांच सौ करोड़ राज्य सरकार से मिलने वाली राशि को कैसे स्मार्ट सिटी के माध्यम से खर्च किया जायेगा. कैंपेन में नगर विकास व आवास विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी, केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, संजीव चौरसिया, मेयर अफजल इमाम, उपमहापौर अमरावती देवी, नगर आयुक्त अभिषेक सिंह व बीआरजेपी के एमडी शीर्षत कपिल अशोक आदि मौजूद थे.
ऐसे समझें शहर कैसे होगा स्मार्ट : कंपनी के प्रतिनिधियों ने जानकारी दी कि स्मार्ट सिटी के पहले फेज में एरिया बेस मैनेजमेंट पर काम किया जायेगा. इसमें तीन फेज होंगे. पहला शहर के भीतर की पहले से विकसित पांच सौ एकड़ के क्षेत्र को चयनित किया जायेगा. जिसे रैट्रो फिटिंग एरिया कहा जायेगा. इसके बाद 50 एकड़ का रिडेवलपमेंट प्लान बनाया जायेगा. फिर 250 एकड़ का ग्रीन एरिया डेवलपमेंट प्लान बनाया जायेगा. हालांकि विभाग के प्रधान सचिव ने इसकी जानकारी दी कि हम लोग पहले रैट्रो फिटिंग डेपलपमेंट व रिडेवल्पमेंट पर आगे बढ़ रहा है. क्योंकि ग्रीन डेवलपमेंट का प्लान अब तक कहीं स्वीकृति नहीं किया गया है. उन्होंने जानकारी दी कि रैट्रो फिटिंग डेवलपमेंट में पूरे पांच सौ एकड़ क्षेत्र की जीआइएस मैपिंग व अन्य विभागों के माध्यम से डाटा एकत्र होगा. इसके क्षेत्र के इन्फ्रास्टक्चर और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए एक स्मार्ट इन्फ्रास्टक्चर को विकसित करना होगा. इसमें बेहतरीन नागरिक सुविधा के साथ इ-गवर्नेंस जैसे स्मार्ट सुविधाएं रहेंगी. सबसे ज्यादा पूंजी का निवेश इसी में किया जायेगा. कंपनी ने प्रतिनिधियों ने इस बात की जानकारी दी कि इसके लिए गांधी मैदान को सेंटर मान एक पांच सौ एकड़ के क्षेत्र को लिया गया है और दूसरा कंकड़बाग काॅलोनी क्षेत्र को विकसित करने का प्लान है. इस पर आगे की कार्यवाही की जा रही है.
पैन सिटी में रखे गये हैं छह तरह के प्लान : एरिया बेस मैनेजमेंट के बाद स्मार्ट सिटी का दूसरा महत्वपूर्ण पहलू है पैन सिटी का काॅन्सेप्ट. स्मार्ट सिटी गाइड लाइन के अनुसार इसमें छह तरह के विकास मॉडल को रखा गया है. सबसे पहले इसमें वाटर सप्लाइ मैनेजमेंट मैनेजमेंट, स्टाफ वाटर मैनेजमेंट, ठोस कचरा प्रबंधन, ट्रांसपोर्ट एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट, पावर सप्लाइ आउटेड मैनेजमेंट और म्युनिसिपैलिटी गवर्नेंस मैनेजमेंट पर काम किया जाना है.
आज दौड़ेगा पटना : शहर को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलाने के लिए रविवार को शहरवासी दौड़ लगायेंगे. नगर निगम की ओर से मैराथन दौड़ स्मार्ट सिटी कैंपेनिंग के तहत अायोजित की गयी है. मैराथन दौड़ में शहरवासियों व स्कूली बच्चों को भी लाया गया है. दौड़ रविवार की सुबह छह बजे इको पार्क टू से शुरू होगी, जो गांधी मैदान तक जायेगी. इमें मेयर, नगर आयुक्त के अलावा डीएम, ट्रैफिक एसपी सहित कई अधिकारी रहेंगे.
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