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बच्चे तो दूर, शिक्षक भी नहीं बता पाये राज्य के शिक्षा मंत्री का नाम
पदमा : सरकारी विद्यालयों के निरीक्षण के लिए राज्य द्वारा गठित अनुसमर्थन टीम में शामिल प्राथमिक शिक्षा उप निदेशक लुधि कुमारी और राज्य कार्यक्रम समन्वयक अरुणा ने पांच विद्यालयों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षा का स्तर उभर कर सामने आया. पांच विद्यालयों के निरीक्षण में बच्चे को दूर की बात है, […]
पदमा : सरकारी विद्यालयों के निरीक्षण के लिए राज्य द्वारा गठित अनुसमर्थन टीम में शामिल प्राथमिक शिक्षा उप निदेशक लुधि कुमारी और राज्य कार्यक्रम समन्वयक अरुणा ने पांच विद्यालयों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षा का स्तर उभर कर सामने आया. पांच विद्यालयों के निरीक्षण में बच्चे को दूर की बात है, शिक्षक भी शिक्षा मंत्री का नाम नहीं बता पाये. जब जंच दल ने मध्य विद्यालय सरैयाडीह के बच्चों से शिक्षा मंत्री का नाम पूछा, जवाब देने में बच्चे असमर्थ थे.
यही सवाल जब कन्या मध्य विद्यालय के शिक्षक विजय शर्मा से पूछा गया, तो वह भी बंगले झांकने लगे. वह राज्य के शिक्षा सचिव तक के नाम नहीं बता पाये. टीम के सदस्यों ने स्थिति देख शिक्षक को फटकारा. कहा: जब आप शिक्षक होकर कुछ नहीं बता पा रहे हैं, तो बच्चे क्या जवाब देंगे. इसके बाद जांच दल पदमा कस्तूरबा विद्यालय पहुंचा. विद्यालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ था. इस संबंध में जब वार्डेन रोश्नी बाड़ा से पूछताछ की गयी, तो वार्डेन ने बताया कि समय नहीं मिलता है.
जांच दल ने वार्डेन से काउंसिलिंग की व्यवस्था कराने और सप्लाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही.उप-निदेशक ने पूछे जाने पर कहा कि राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में छात्रों के लिए कैरियर काउंसिलिंग की व्यवस्था करायी जायेगी. होनहार बच्चों का चयन कर सहायता उपलब्ध करायी जायेगी. पदमा प्रखंड के नवप्रावि अडार, हरमबार, बसाय, कुटीपीसी, टांड और हरिजन टोला, रोमी सबसे खराब विद्यालयों की सूची में शामिल है. इन विद्यालयों पर विशेष रूप से जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
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