गाजियाबाद : यहां विशेष सीबीआइ अदालत ने नोएडा के निलंबित इंजीनियर यादव सिंह की पत्नी कुसुमलता समेत अन्य फरार आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किये गये हैं. विशेष सीबीआइ अदालत में आज सीबीआइ ने नोएडा से गिरफ्तार पूर्व सहायक प्रोजेक्ट इंजीनियर जेपी सिंह को अदालत में पेश किया. अदालत ने सिंह की न्यायिक हिरासत को बढ़ा दी है. सीबीआइ के अधिवक्ता बीके सिंह ने बताया कि इस मामले में आज कड़ी सुरक्षा के बीच निलंबित मुख्य इंजीनियर यादव सिंह और प्रोजेक्ट इंजीनियर रामेंद्र सिंह को सीबीआइ अदालत में सुनवाई के लिए पेश किया गया.
अगली सुनवाई छह सितंबर को
अब इस मामले में अगली सुनवाई छह सितम्बर को होगी. इससे पहले जांचकर्ता एजेंसी ने यादव सिंह, उसकी पत्नी कुसुमलता और इनके सहयोगियों के खिलाफ मार्च में आरोपपत्र पेश किया था. गौरतलब है कि यादव सिंह मामले में 14 लोगों के खिलाफ समन जारी किये थे. चार लोग अब तक इस मामले में अदालत के समक्ष पेश हो चुके हैं. सीबीआइ के आरोप पत्र में निलंबित मुख्य इंजीनियर यादव सिंह, उसकी पत्नी कुसुम लता, प्रोजेक्ट इंजीनियर रामेंद्र सिंह, देवी राम, उप अभियंता राजीव कुमार, आर डी शर्मा एवं ओम पाल सिंह के नाम शामिल हैं.
तीन और कंपनियों के सहयोगी शामिल
इसके अलावा तीन कंस्ट्रक्शन कंपनियों तिरुपति कंस्ट्रक्शन और उसके प्रबंध सहयोगी वीके गोयल, जेपीएस कंस्ट्रक्शन और उसके सहयोगी पंकज जैन, एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर और उसके प्रबंध निदेशक प्रदीप गर्ग के नाम शामिल हैं. सिंह ने बताया कि मामले में अब फरार आरोपियों के नाम पर गैर जमानती वारंट जारी किये गये हैं. सीबीआइ की कोशिश होगी कि सभी आरोपियों को पकड़कर अदालत में पेश किया जाये. यादव सिंह को पिछले वर्ष 3 फरवरी में गिरफ्तार किया गया था जबकि रामेंद्र को 19 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था.