पटना : बिहार में अधिकांश नदियों के जलस्तर में कमी आने से प्रदेश में बाढ़ की स्थिति में सुधार आया है. आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बाढ़ के कारण किसी के मरने की कोई नई सूचना नहीं है. साथ ही अब प्रदेश के 14 जिलों के स्थान पर महज दो जिले पूर्णिया एवं कटिहार इससे प्रभावित हैं. बिहार में इस बार आयी बाढ़ से पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और सारण जिलों में कुल 95 लोगों की मौत हो चुकी है.
राहत शिविरों की शरण में 8 लाख आबादी
बिहार में बाढ़ से 14 प्रखंडों के 784 गांवों की 8.46 लाख आबादी प्रभावित है जिनमें से 3750 लोग 10 सरकारी राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. बिहार में बाढ़ से वर्तमान में 0.45 लाख हेक्टयर में लगी फसल प्रभावित हुई है जिसके आर्थिक क्षति का मूल्यांकन किया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के आवाजाही के लिए कुल 275 नाव :23 सरकारी देशी नाव एवं 252 निजी नाव: परिचालित की जा रही हैं.
राहत बचाव कार्य जारी
बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के बीच 221248 खाद्य सामग्री के पैकेट वितरित किए गए हैं. बिहार में कोसी नदी खगड़िया जिला के बलतारा में खतरे के निशान से उपर बह रही है जबकि शेष नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.