रियो डि जिनेरियो : भारतीय महिला हॉकी टीम रियो ओलंपिक के पूल बी के दूसरे मैच में ब्रिटेन से 3-0 से हार गयी. ब्रिटेन ने शुरूआत से ही अटैकिंग मोड पर खेलते हुए तीन गोल किये. पहले क्वाटर से ही ब्रिटेन ने भारतीय महिला हॉकी टीम पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था. पहले हॉफ के बाद ब्रिटेन ने अक्रामक खेल का प्रदर्शन किया.
भारतीय महिला हॉकी टीम पहले क्वाटर में ब्रिटेन की टीम को समझने की कोशिश करती रही लेकिन दूसरे क्वाटर के बाद ब्रिटेन ने शानदार खेल दिखाकर पहला गोल कर लिया. यहां उसे पहले पेनल्टी कॉर्नर का फायदा मिला. पहले क्वाटर में नमीता टोप्पो को ग्रीन कार्ड मिला. वो दो मीनट के लिए मैदान से बाहर रही.
गौरतलब है कि जापान को हराकर ही भारतीय महिला हॉकी टीम 36 वर्ष बाद ओलंपिक में दाखिल हुई है और कल मैच शुरु होते ही भारतीय खिलाडियों ने अपना आक्रामक रुख जता दिया . भारतीय टीम ने पहले क्वार्टर के 10 मिनट के दौरान मैच में अपनी पकड बनायी रखी लेकिन पहले और दूसरे क्वार्टर के आखिरी मिनटों में जापान ने भारत की रक्षा पंक्ति की कमजोरियों को भुनाते हुए दो गोल कर बढत बना ली.
हालांकि तीसरे क्वार्टर का अंत दो-दो की बराबरी से हुआ जबकि चौथे और आखिरी क्वार्टर में कई मौकों के बावजूद दोनों टीमें गोल करने में विफल रहीं. परिणामस्वरुप दोनों टीमों को एक-एक अंक बांटना पडा. कोच नील हॉगुड ने कहा कि वे बडे मंच के कारण शुरु में थोडे नर्वस थीं. उन्होंने कहा, ‘‘हम शुरु में गेंद को अच्छे से संभालने में विफल रहे और वे :जापान: 2-0 की बढत के हकदार था. मेरे ख्याल से मैच के दूसरे हिस्से में हमने वह खेल दिखाना शुरु किया जो वास्तव में हम जानते हैं.’
दूसरी तरफ ब्रिटेन ने ऑस्ट्रेलिया पर 2-1 की जीत के साथ अपने अभियान की शानदार शुरआत की है. ब्रिटेन की लिली ओस्ले ने दूसरे क्वार्टर में गोल कर अपनी टीम को बढत दिलायी लेकिन जॉर्जिना मार्गन ने पेनल्टी कार्नर से गोल कर मुकाबले को बराबरी पर ला खडा किया. इसके बाद तीसरे र्क्वाटर के आखिरी मिनटों में एलेक्स डेंसन ने गोलकर टीम को एक बार फिर से बढत दिला दी. यह बढत अंत तक कायम रही और इस प्रकार ब्रिटेन ने अपने पहले मुकाबले को जीत लिया.