लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन विगत कुछ महीनों से प्रदेश में भाजपा के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है. इस स्थिति को बदलने के अब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने खुद कमान संभाल ली है. कहा जा रहा है कि सरकार के कामकाज से सहयोगी संगठन खासे नाराज हैं. ऐसे में भागवत सहयोगी संगठनों को समझाने-बुझाने और उन्हें राजी करने में जुट गये हैं, ताकि आगामी चुनाव में इन संगठनों की बदौलत सत्ता हासिल की जा सके.
खबर है कि भागवत ने विश्व हिंदू परिषद के साथ बैठक शुरू भी कर दी है, ताकि उनकी नाराजगी को दूर किया जाये. विहिप को मनाने के बाद वे भारतीय मजदूर संघ और किसान संघ से भी बातचीतकरेंगे. खबर है कि भारतीय मजदूर संघ और किसान संघ सरकारी नीतियों से खासा नाराज है. मजदूर संघ रक्षा क्षेत्र में एफडीआई से नाराज है. उसका कहना है कि सार्वजनिक प्रतिष्ठान सरकार की नीतियों से खस्ताहाल हो रहे हैं.
29 अगस्त को लखनऊ में समन्वय बैठक
संघ प्रमुख प्रदेश में भाजपा के प्रति सहयोगी संगठनों की नाराजगीसे कितने बेचैन हैं इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सभी संगठन से बात करने के बाद वे 29 तारीख को लखनऊ में एक समन्वय बैठक आयोजित कर रहे हैं, जिसमें संगठनों से हुई बातचीत के सार पर भाजपा नेताओं से चर्चा करेंगे.