भागलपुर : गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ने से नाथनगर से सबौर तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों के बीच दहशत कायम हो गया है. नाथनगर में रन्नुचक के उत्तर अवस्थित विशनपुर गांव का बाढ़ के कारण नाथनगर से संपर्क भंग हो गया है. वहीं सबौर में इंजीनियरिंग कॉलेज के शिक्षकों व छात्रों और जियाउ्दीनपुर चौका गांव में दहशत का माहौल कायम हो गया है. बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों का कहना है कि एक बिलस्त पानी बढ़ने पर उनके घरों में पानी घुस जायेगा. नाथनगर के रत्तीपुर बैरिया पंचायत में मोहनपुर , दिलदारपुर, दारापुर ,
शंकरपुर आदि इलाके के लोग माल मवेशी को लेकर भागने के लिए तैयार है. वहीं सबौर में रजंदीपुर दियारा, रामनगर दियारा, अठगम्मा व पुरानी शंकरपुर गांव के लोगों में पानी बढ़ने से दहशत का माहौल है. यहां भी लोग बाल-बच्चे व माल-मवेशी को लेकर ऊंचे स्थल की आेर पलायन करने के तैयार हैं.
इंजीनियरिंग कॉलेज में भी दहशत : इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार ने बताया कि बाउंड्री से बाढ़ का पानी सट जाने से हमलोग दहशत में है. यदि बाढ़ का पानी कैंपस में घुस जायेगा तो ऑफिस आदि का सारा सामान व कागजात डूब सकता है. छात्र में भी बाढ़ आने को लेकर डर व्याप्त है.
जल संसाधन विभाग के सचिव को इसके लिए त्राहिमाम पत्र भेजा गया है.
अंडर वेट बोल्डर के कारण बहा बोल्डर पिचिंग : इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों व जियाउद्दीनपुर चौका के लोगों ने बताया कि यह सब जल संसाधन विभाग के इंजीनियर और ठेकेदार के गलत तकनीक अपनाने के कारण हुआ. इन लोगों ने गलत तकनीक से कटाव निरोधी कार्य कराया, जिस कारण आठ करोड़ की राशि से बना बोल्डर पिचिंग कार्य पानी में बरबाद हो गया. बताया कि बोल्डर 40-50 किलोग्राम वजन देना चाहिए, लेकिन कम वजन का दे दिया गया. बोल्डर पिचिंग का स्लोपिंग अधिक होना चाहिए, लेकिन खड़ा लगा देने के कारण सब पानी में ढह-ढह कर बह गया.
गोनरचक दियारा में घुसा गंगा के बाढ़ का पानी : नवगछिया प्रखंड के खगड़ा पंचायत के दो गांव गोनरचक दियारा वार्ड नंबर 6 और बोतल टोला के वार्ड नंबर 1 3 के सभी घरों में गंगा के बाढ़ का पानी घुस गया है. खगड़ा गांव के लगभग घरों में पानी घुस गया है. इस बात की जानकारी बीडीयो व सीओ को सूचित किया गया है. खगड़ा पंचायत के मुखिया नीतू देवी ने कहा कि बाढ़ व राहत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.