रियो : भारतीय हॉकी टीम के कोच रोलेंट ओल्टमैंस ने भारतीय ओलंपिक संघ के जेनरल सेक्रेटरी राजीव मेहता को एक शिकायती पत्र लिखा है, जिसमें यह कहा गया है कि रियो के खेल गांव में खिलाड़ियों के लिए ना तो पर्याप्त कुर्सी है और ना ही उनके कमरे में आवश्यक समान मुहैया कराये गये हैं. शिकायत के एक दिन बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरेंदर बत्रा ने इस संबंध में अपनी व्यथा से राजीव मेहता को परिचित कराया है. उन्होंने कहा है कि वे बहुत दुखी है जिस तरह की तसवीर सामने आयी है, लेकिन अभी तक इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
बत्रा ने सोशल मीडिया पर जो फोटो शेयर की है उसमें खिलाड़ी ‘बीन बैग्स’ पर बैठे नजर आ रहे हैं, लेकिन कमरे में कोई आवश्यक सामान नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि हॉकी इंडिया को मेल का कोई जवाब अब तक नहीं मिला है.अपने पोस्ट में बत्रा ने मेहता पर आरोप लगाया है कि क्या आप सब रियो पेड होलीडे के लिए गये हैं.
उन्होंने कोच रोलेंट ओल्टमैंस के पत्र के कुछ हिस्सों को भी उद्धत किया है और जिसमें यह कहा गया है कि बीन बैग्स कई बार चोट का कारण बनते हैं. लिविंग रूम में दो कुर्सी और चार बीन बैग्स के अलावा और कुछ नहीं है. यहां तक कि कपड़े टांगने की भी कोई व्यवस्था नहीं है.
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ने फोटो और वीडियो शेयर किया है. उनका कहना है कि मैंने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ ने अभी तक हॉकी इंडिया के ईमेल पर कोई रिस्पांस नहीं किया है.
उन्होंने संघ और राजीव मेहता से आग्रह किया है कि वे हॉकी की दोनों टीमों पुरुष और महिला की समस्याओं का समाधान करेंगे, ताकि वे बेहतर प्रदर्शन कर पायें.