किंगस्टन : सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन सकारात्मक और आक्रामक बने रहने की उनकी रणनीति का उन्हें फायदा मिला जिससे भारत का पलड़ा भारी हो गया है. राहुल ने पारी की शुरुआत करते हुए 158 रन बनाये जिससे भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 385 रन बनाये हैं और उसे 162 रन की बढ़त हासिल हो चुकी है. राहुल का यह सर्वाधिक स्कोर हैं और उनका कुल तीसरा शतक है.
उन्होंने अपने तीनों शतक विदेशी सरजमीं पर लगाये हैं. उन्हें चोटिल मुरली विजय की जगह अंतिम एकादश में शामिल किया गया था. राहुल ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने बाद कहा, ‘‘मेरे हिसाब से यह ज्यादा मुश्किल नहीं था. मैं क्रीज पर उतरा और मैंने पहली या दूसरी गेंद से हिटिंग शुरु कर दी थी. निश्चित तौर पर मैंने नेट्स पर काफी समय बिताया. जब आप क्रीज पर उतरते हो और जब आप पर मैच का दबाव हो तो चुनौती अलग तरह की होती है. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने चीजों को सरल बनाने की कोशिश की. मैं पिछले चार पांच महीनों से अच्छी फार्म में चल रहा हूं। मेरे पांव अच्छी तरह से मूव कर रहे हैं और मैं अच्छी तरह से शाट लगा रहा हूं. ‘
राहुल ने कहा, ‘‘जब मैं क्रीज पर उतरा तो मेरी रणनीति ढीली गेंदों पर शाट खेलने, सकारात्मक बने रहने और आक्रामक इरादे अपनाने की थी। मैंने जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे मैं वास्तव में खुश हूं. मैं नहीं जानता कि यह आसान था या मुश्किल लेकिन सरल सी बात है कि यदि आप सब कुछ सही करते हो तो हमेशा आप फायदे में रहोगे. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘यह गेंद के हिसाब से खेलने से जुडा है. यदि आपको लगता है कि इस गेंद पर हिट किया जा सकता है और आप आत्मविश्वास से भरे हो तो आप गेंद को हिट कर सकते हो. ‘
कर्नाटक के इस 24 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि वह तीनों प्रारुपों में रन बनाने का पूरा लुत्फ उठा रहे हैं. राहुल ने कहा, ‘‘पिछले दो महीनों से मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं. मैं तीनों प्रारुपों में अच्छा खेल रहा हूं और एक क्रिकेटर के रुप में मैं यही करना चाहता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं केवल गेंद को देखकर उसका सही अनुमान लगाने की कोशिश कर रहा हूं और यदि मुझे लगता है कि इस गेंद को हिट किया जा सकता है तो उसे हिट करता हूं. ‘ राहुल ने कहा, ‘‘सबसे बड़ी चुनौती निश्चित तौर पर मौसम था. गर्मी काफी थी. जब मैं कल बल्लेबाजी के लिए उतरा तो पिच में थोडा नमी थी और गेंदबाजों को थोडी मदद मिल रही थी. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘ये चुनौतियां होती हैं लेकिन जब मैंने कुछ रन बना लिये और विकेट पर कुछ समय बिता दिया तो मैं सहज महसूस करने लगा. विराट कोहली, आर अश्विन और अन्य साथियों ने मेरी काफी तारीफ की जिससे निश्चित तौर पर मेरा आत्मविश्वास बढ़ा.