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जानें, नरसिंह मामले की खास बातें

नयी दिल्‍ली : पहलवान नरसिंह यादव का रियो ओलंपिक में जाने का रास्‍ता साफ हो गया है. नाडा ने उन्‍हें आज डोपिंग मामले से क्‍लीन चीट दे दी है और यह मान लिया है कि उनके खिलाफ साजिश हुई थी. बहरहाल रियो में पहुंचने से पहले नरसिंह यादव को अग्‍नी परीक्षा से गुजरना पड़ा. पहले […]

नयी दिल्‍ली : पहलवान नरसिंह यादव का रियो ओलंपिक में जाने का रास्‍ता साफ हो गया है. नाडा ने उन्‍हें आज डोपिंग मामले से क्‍लीन चीट दे दी है और यह मान लिया है कि उनके खिलाफ साजिश हुई थी. बहरहाल रियो में पहुंचने से पहले नरसिंह यादव को अग्‍नी परीक्षा से गुजरना पड़ा. पहले तो उन्‍हें अपने ही साथी खिलाड़ी और दो बार के ओलंपिक स्‍वर्ण पदक विजेता सुशील कुमार से रियो के लिए दो-दो हाथ करना पड़ा.

हालांकि कोर्ट ने सुशील की दलीलों को जिसमें उन्‍होंने ट्रायल फाइट की मांग की थी को खारिज कर दिया और नरसिंह को रियो का टिकट थमा दिया. लेकिन इसके बाद भी नरसिंह को रियो के लिए बड़ा इम्तिहान देना पड़ा. दो-दो बार डोप टेस्‍ट में नरसिंह यादव फेल हो गये और उनका रियो जाने का सपना लगभग खत्‍म होता नजर आया. हालांकि उन्‍होंने हिम्‍मत नहीं हारी और अपनी लड़ाई जारी रखी.

उन्‍होंने अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाया और संघ को उन्‍होंने चिट्ठी लिखी. इस मामले में केंद्र सरकार के साथ-साथ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संज्ञान लिया, हालांकि खेल मंत्री ने साफ कर दिया कि इस मामले में सरकार कुछ नहीं कर सकती है क्‍योंकि संघ सरकार से बाहर काम करती है.

जानें कब-कब क्‍या-क्‍या हुआ

* सुशील कुमार ने दिया था ट्रायल की चुनौती

दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने नरसिंह यादव को ट्रायल की चुनौती दे दी थी. नरसिंह यादव को रियो ओलंपिक का टिकट मिलने के बाद सुशील कुमार ने संघ के फैसले को चुनौती देते हुए कोर्ट में ट्रायल की मांग करते हुए याचिका दायर की थी. जिसमें कोर्ट ने सुशील को झटका देते हुए नरसिंह को क्‍लीन चीट दी थी और चयन ट्रायल को गैरकानूनी बताया.

* डोप टेस्‍ट में नरसिंह पकड़े गये

सुशील कुमार को पछाड़कर रियो का टिकट हासिल करने वाले नरसिंह यादव को उस समय झटका लगा था जब उन्‍हें डोपिंग टेस्‍ट में पकड़ लिया गया था. 25 जून के डोप टेस्ट में नाकाम रहने पर नरसिंह यादव पांच जुलाई को हुए दूसरे टेस्‍ट में भी फेल हो गये थे. पांच जुलाई को हुए टेस्ट के भी ए और बी नमूने पाजीटिव पाये गए.

भारतीय कुश्ती महासंघ के सूत्र ने प्रतिबंधित एनाबालिक स्टेरायड मेथांडिएनोन का हवाला देते हुए बताया ,‘‘ यह वही पदार्थ है जो पहले टेस्ट में पाया गया था. इसका शरीर से बाहर जाना संभव नहीं था.’ नरसिंह ने दावा किया है कि उसके विरोधियों ने उसके फूड सप्लीमेंट्स और खाने में इसे मिलाया. उसके फूड सप्लीमेंट्स हालांकि टेस्ट में साफ पाये गए.

* नरसिंह ने लगाया साजिश का आरोप

डोपिंग में फंसे नरसिंह यादव ने इस प्रकरण में सीबीआई जांच की मांग की थी, उन्होंने आरोप लगाया कि उनका रियो का सपना तोड़ने के लिये यह साजिश रची गयी. नरसिंह ने कहा, ‘‘इसमें सीबीआई जांच होनी चाहिए. मेरे चयन से संबंधित पूरा प्रकरण अदालत में हुआ था. एक सीआईडी रिपोर्ट भी थी कि मेरी जिंदगी खतरे में है. इससे स्पष्ट होता है कि मुझे फंसाया गया है ताकि मैं रियो जाने से रुक जाउं. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपनी शिकायत महासंघ को दे दी है जिसमें मैंने स्पष्ट किया है कि कुछ चीज मेरे भोजन में डाली गयी होगी जिसे मैस में तैयार किया गया था. यह मेरे खिलाफ साजिश है. ‘

* नरसिंह की शिकायत पर सोनीपत में एफआईआर दर्ज

नरसिंह यादव डोप प्रकरण में कथित साजिश के मामले ने नया मोड़ तब आया जक नरसिंह ने दो पहलवानों पर उनके खाने में प्रतिबंधित स्टेरायड मिलाने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. नरसिंह ने सोनीपत थाने में एफआईआर दर्ज कराई जिसमें दो साथी पहलवानों के नाम हैं जिनमें से एक 17 बरस का है.

नरसिंह यादव की शिकायत पर सोनीपत में आईपीसी की धारा 328 और 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया गया है. सोनीपत के डीआईजी एचएस दून ने कहा कि नरसिंह यादव की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.

* साई की भूमिका पर संदेह

नरसिंह यादव के डोपिंग प्रकरण मामले में साई की भूमिका पर भी संदेह जताया गया था. पहलवान ने खुद को फंसाने के लिये की गयी ‘साजिश’ में साई अधिकारी के शामिल होने का आरोप लगाया था. नरसिंह यादव ने 19 जुलाई को डब्ल्यूएफआई को लिखित में शिकायत दर्ज की, जिसमें उन्होंने साई के एक अधिकारी के नाम का जिक्र किया है और खिलाडियों समेत कुछ अन्य के खिलाफ भी आरोप लगाये हैं. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘एक महीने के समय में नरसिंह के तीन डोप परीक्षण कराये गये और इससे काफी संदेह उठता है. साथ ही उसके साथ कमरे में रहने वाला साथी संदीप यादव भी इसी प्रतिबंधित पदार्थ के लिए पाजीटिव पाया गया है. ‘

* नरसिंह मामले को सरकार ने लिया गंभीरता से, जांच के लिए बनायी विशेष समिति

नरसिंह की शिकायत के बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और विशेषज्ञों की एक समिति बनायी. नरसिंह ने कहा था, मैंने विश्व कुश्ती संस्था फीला और नाडा को इस पूरी साजिश के बारे में सूचित कर दिया है. ‘ डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने कहा, ‘‘मैं लगातार विश्व कुश्ती संस्था के संपर्क में हूं और मामले में हो रही प्रगति के बारे में उन्हें अपडेट कर रहा हूं. ‘

* नरसिंह को मिला संघ का साथ

साई सेंटर सोनीपत में नरसिंह यादव के कमरे में रहने वाले संदीप यादव के भी डोप टेस्ट में नाकाम रहने के बाद डब्ल्यूएफआई ने कहा कि इससे शक पक्का हो गया है कि इसमें कोई साजिश हुई है. भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा ,‘‘ शिविर में नरसिंह के रुममेट को भी उसी पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया जिससे साफ पता चलता है कि यह साजिश है. दोनों पहलवान रुममेट होने के कारण एक ही सप्लीमेंट्स ले रहे थे.’

* आत्‍महत्‍या करने का मन बना चुके थे नर‍सिंह

डोपिंग प्रकरण में फंसने के बाद पहलवान नरसिंह यादव बदनामी से बचने के लिए आत्‍महत्‍या करने की कोशिश की थी. इसका खुलासा उनके एक करीबी मित्र ने किया था. नरसिंह के मित्र ने कहा, जिस दिन डोप टेस्‍ट में नाकाम होने की खबर सामने आयी थी वो बुरी तरह से टूट चुका था. बदनामी से बचने के लिए वो आत्‍महत्‍या करना चाहता था. नरसिंह के मित्र ने कहा, वो लड़ाका है, देश और अपने परिवार के सम्‍मान लिए वो कुछ भी कर सकता है. उसने अब तक जो भी हासिल किया है वो बिना डोप के हासिल किया है और इसका उसे गर्व है.

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