पटना : बिहार में बाढ़ से अबतक 26 लोगों की मौत हो गयी जबकि 22 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. राज्य में कोसी समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने आज बताया कि अकेले किशनगंज में बाढ की वजह से आठ लोगों की मौत हो गयी जबकि पूर्णिया में सात अन्य काल कवलित हो गये. कटिहार और मधेपुरा जिले में दो दो व्यक्तियों की जान चली गयीहै. अररिया एवं सहरसा में एक एक व्यक्ति बाढ़ में अपनी जान गंवायी.
22 लाख लोग प्रभावित
विभाग के बयान के अनुसार पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल और गोपालगंज जिलों में बाढ़ से करीब 21.99 लाख लोग प्रभावितहुए हैं. करीब 1.83 लाख हेक्टेयर जमीन बाढ़ में डूब गयी है. विशाल क्षेत्र में लगी फसल नष्ट हो गयी. वैसे क्षति का आकलन किया जा रहा है. कुल 392 पक्के मकान क्षतिग्रस्त हो गयेहैं जबकि 4703 कच्चे मकानों को भारी नुकसान पहुंचाहै. करीब 4639 झोपडियां भी बाढ़ में डूब गयींहैं. मकानों की क्षति करीब 67.91 लाख रुपये की है.
राहत बचाव कार्य जारी
आपदा प्रबंधन विभाग ने बयान में बताया कि मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में बागमती, दरभंगा के कमतौल में अघवारा, खगडिया के बालटारा में कोसी, कटिहार के कुरसेवा में कोसी, पूर्णिया के धेंगरा में महानंदा और कटिहार में झावा नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. बाढ़ वाले क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए 8850 नौकाएं लगायी गयी हैं. अबतक 3.89 लाख लोग बाढ़ वाले क्षेत्र से निकाले गये हैं. इससे पूर्व बिहार के मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये थे.