गोला/सोनडीमरा : गोला प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. कई गांवों में बीती रात हाथियों ने धावा बोल कर लगभग डेढ़ दर्जन लोगों के मकानों को तहस – नहस कर दिया. साथ ही दर्जनों किसानों के खेतों में लगे फसलों को भी रौंद कर नष्ट कर दिया. ग्रामीणों को लाखों रुपये की क्षति हुई है. जिससे ग्रामीणों में दहशत है. इस घटना में घर में सो रहे संतोष सिंह, मो सुलोचना देवी, जीरवा देवी, राहुल कुमार, आशा कुमारी बाल – बाल बच गये.
ये लोग किसी तरह घर के एक कोने में दुबक कर अपनी जान बचायी. हाथियों ने घर में रखे बर्तन, टीवी, पंखा, चारपाई, चौकी, मोटरसाइकिल, बक्शा सहित कई कीमती सामान को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना की सूचना ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के अधिकारियों को दूरभाष से दी गयी. लेकिन कोई भी अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर आक्रोशित लोगों ने रामगढ़ – बोकारो को जाम कर दिया. जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. जिस कारण यात्रियों को काफी असुविधा हुई. ग्रामीणों ने मुआवजा, आवास, सर्च लाईट, पटाखा, मशाल देने की मांग कर रहे थे. घटना की सूचना मिलने पर गोला थाना प्रभारी संजय कुमार सदलबल पहुंचकर ग्रामीणों से बातचीत की. पीड़ित लोगों को चावल मुहैया कराने एवं मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. तत्पश्चात जाम को हटाया गया. उधर उप मुखिया मनोरंजन महतो ने वन विभाग से पीड़ितो को मुआवजा देने की मांग की.
हाथियों ने फुलझरियां में भी रौंदी फसल : मगनपुर. हाथियों ने चोपादारु गांव में उत्पात मचाने के बाद फुलझरिया गांव में भी दर्जनों किसानों के फसल को रौंद कर नष्ट कर दिया. जानकारी के अनुसार सुखदेव मांझी, मुरली मांझी, मतलु मांझी, राजदेव मांझी, त्रिभुवन मांझी, शिवनारायण मांझी, रिझू मांझी, भिखु मांझी, रामू मांझी,
लछू करमाली, रामनाथ मांझी, मंशु मांझी, रामदेव मांझी, विनोद मांझी, दिनेश मांझी, युगल मांझी, गणेश मांझी सहित दर्जनों किसानो के मकई, धान का बिचड़ा, शकरकंद, अरहर, टमाटर, बोदी, करैला, भिंडी, लौकी, बादाम आदि फसलों को रौंद दिया. उधर कोरांबे गांव में हाथी के बच्चा को कुआं से निकालने में ग्रामीणों के अलावा रेंजर रामलखन पासवान, वनपाल मिंज हेम्ब्रम का योगदान रहा. कुआं से निकलने के बाद हाथी का बच्चा रकुआ में भटक रहा है. जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि हाथी गांव में कभी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है. ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों को भगाने की मांग की है.
कई लोग हुए बेघर : हाथियों के द्वारा कई लोगों के मकान को क्षतिग्रस्त किया गया है. जिस कारण संतोष सिंह का परिवार पूरी तरह से बेघर हो गया है. इनके परिवार के सदस्यों को रहने का ठिकाना नहीं है. इसके अलावा कई लोगों का घर भी हाथियों ने उजाड़ दिया है. जिससे इनके समक्ष रहने के लिए विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
दुलमी में भी पहुंचा हाथियों का झुंड: हाथियों का झुंड दुलमी प्रखंड के कई गांवों में भी विचरण कर रहा है. जिससे ग्रामीण भयभीत है. बताया जाता है कि डेढ़ दर्जन हाथियों का झुंड कुल्ही, कारो सहित कई गांवों के किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचाये हैं.