नैनीताल : आज सदन में शून्यकाल के दौरान भाजपा के संजय जायसवाल ने नीट-2 की पेपर लीक की साजिश का मामला उठाया. उन्होंने इस मामले की गंभीरता की ओर सदन का ध्यान दिलाया.
गौरतलब है कि कल नीट-2 से चंद घंटे पहले उत्तराखंड की नैनीताल पुलिस ने पेपर लीक की साजिश कर रहे गिरोह को पकड़ा. रामनगर व हल्द्वानी से गिरफ्तार पांच आरोपितों को में चार बिहार के हैं और एक दिल्ली का है. पांचों के पास से लाखों रुपये के चेक और नकद बरामद किया गया है. तीनों के मोबाइल फोन में रविवार के नीट एग्जाम की आंसर शीट मौजूद थीं, जिन्हें 50 से अधिक छात्रों को दिया जाना था.
गिरोह ने 15 से 30 लाख रुपये में एग्जाम पास कराने का सौदा किया था. पकड़े गये आरोपितों में बिहार के शेखपुरा के संजय कुमार, रोहतास के अजय कुमार सिन्हा, छपरा के विकास कुमार, पटना के दिनेश प्रसाद व नयी दिल्ली के निशात अहमद हैं. हालांकि, पुलिस के अनुसार आरोपितों के मोबाइल से जो आंसर शीट मिली है, वह परीक्षा में आये पेपर से मैच नहीं हुई.
नैनीताल की एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने बताया कि 21 जुलाई को पुलिस को गुमनाम पत्र मिला था. इसमें नीट-2 का पेपर आउट करानेवाले गिरोह के जिले में सक्रिय होने की बात लिखी गयी थी. पत्र की जांच में पुष्टि होने पर खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया था. पेपर लीक नहीं हुआ, बल्कि गिरोह पेपर लीक होने का भरोसा दिला कर छात्रों से ठगी कर रहा था. पुलिस का दावा है कि पकड़े गये आरोपित बैंक पीओ, कर्मचारी चयन आयोग और मेडिकल की परीक्षाओं के पेपर पांच साल से लीक कर रहे थे.