बहरागोड़ा : बहरागोड़ा के नेताजी सुभाष शिशु उद्यान में गुरुवार को झारखंड आसेका की बैठक मंगल प्रसाद हांसदा की अध्यक्षता में हुई. इसमें झारखंड में संताली भाषा को राज्य भाषा के रूप में मान्यता देने व वर्ग एक से उच्च स्तर तक ओलचिकी लिपि के माध्यम से पढ़ाई शुरू किया जाने की मांग की गयी. बैठक में आसेका संस्था की ओर से प्रशिक्षित शिक्षक ( ओलचिकी) को ही सरकारी विद्यालयों में नियुक्ति किये जाने,
मैट्रिक, इंटर, स्नातक, पीजी आदि का प्रश्न पत्र ओलचिकी लिपि में छापने, राज्य में संथाली साहित्य अकॉदमी का गठन अविलंब किये जाने तथा सरना धर्म को सरकारी कोड में शामिल किये जाने पर चर्चा की गयी. लोगों ने कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो 21 अगस्त को चाकुलिया में आसेका की बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनायी जायेगी. बैठक के बाद एक प्रतिनिधि मंडल ने सीएम के नाम विधायक कुणाल षाड़ंगी को ज्ञापन सौंपा.
मौके पर अध्यक्ष बोयला सोरेन, महा सचिव रतन कुमार मांडी, गणेश हेंब्रम, डोमन मांडी, शिल्हु मांडी, दाखिन चरण मुर्मू, फागु राम मुर्मू, मधु किस्कू, ठाकुर दास हेुंब्रम, मेघनाथ मुर्मू, नंदलाल माहली, वदन हांसदा, लखन हांसदा आदि उपस्थित थे.