इसके पहले नाबार्ड के प्रोजेक्टर मैनेजर उमेश कुमार की शिकायत पर स्थानीय पार्षद रमेश नस्कर के घनिष्ठ रमेश मंडल को गिरफ्तार किया गया था. उन दोनों को बुधवार को विधाननगर एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों को तीन दिनों की जेल हिरासत में भेज दिया. गौरतलब है कि नाबार्ड के प्रोजेक्ट मैनेजर उमेश कुमार पर दल-बल के साथ रमेश मंडल ने बिल्डिंग मेटेरियल उससे ऊंचे दाम पर खरीदने के लिए दबाव डाला था.
2011 में तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद इसके बड़े नेताओं के नाम अक्सर इनके साथ जुड़ते रहे हैं. हांलाकि पहले आम जनता इसके खिलाफ कोई आवाज उठाने से डरती थी लेकिन अब जनता इसके खिलाफ आवाज उठाने लगी है. उसी का नतीजा है कि साल्टलेक के पार्षद अनिंदों चटर्जी और उसके दो शार्गिदों को इस मामले में जेल जाना पडा है. इसका श्रेय ममता बनर्जी को जाता है. दूसरी बार सत्ता में आने बाद ममता बनर्जी ने अपनी ही पार्टी के पार्षद को जेल भेज कर पहले ही साफ कर दिया कि अब पार्टी में रंगदारी नहीं चलेगी.