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एचआइवी पीड़िता का फर्श पर ही कर रहे इलाज
घोर लापरवाही. पीएमसीएच में एचआइवी पीड़िता को चौबीस घंटे बाद भी नहीं मिला बेड आनंद तिवारी पटना : टीवी के विज्ञापन और एचआइवी को लेकर जागरूकता पीएमसीएच की व्यवस्था के आगे बौना साबित हो रहा है. ऐसे मरीजों से भेदभाव न करें, इस बीमारी से छुआछूत नहीं फैलता, दूरी न बनायें, प्यार करें, यह सब […]
घोर लापरवाही. पीएमसीएच में एचआइवी पीड़िता को चौबीस घंटे बाद भी नहीं मिला बेड
आनंद तिवारी
पटना : टीवी के विज्ञापन और एचआइवी को लेकर जागरूकता पीएमसीएच की व्यवस्था के आगे बौना साबित हो रहा है. ऐसे मरीजों से भेदभाव न करें, इस बीमारी से छुआछूत नहीं फैलता, दूरी न बनायें, प्यार करें, यह सब स्लोगन धरे-के-धरे रह गये और पिछले चौबीस घंटे से पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में मानवता को तार-तार करने वाली तसवीर उभर कर सामने आयी है.
पिछले चौबीस घंटे से अस्पताल में दाखिल एचआइवी पॉजिटिव महिला को बेड तक नहीं दिया गया है. अन्य मरीजों से दूरी, नीचे फर्श पर इलाज से यह साफ है कि जिन पर इलाज और जागरूक करने की जिम्मेवारी है, वही छुआछूत जैसा माहौल पैदा कर रहे हैं.
19 जुलाई को पीएमसीएच में भरती : 19 जुलाई को पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए भरती मोतिहारी की रहनेवाली इस महिला के साथ डॉक्टरों ने बेहद घटिया व्यवहार किया. डॉक्टरों ने महिला को बेड नहीं दिया और उसको जमीन पर ही लेटा कर स्लाइन चढ़ा दिया. इससे अस्पताल में मिलने आये उसके परिचित रिश्तेदारों को भी उसके एचआइवी पॉजिटिव होने का पता चल गया. इससे महिला की परेशानी और अधिक बढ़ गयी है.
कोमा में है पीड़िता, हालत गंभीर : पीएमसीएच में एचआइवी पॉजिटिव मरीजों को विशेष सुविधा देने के सभी दावेखोखले साबित हो रहे हैं. यही स्थिति इस पीड़िता के साथ हुआ. पिछले दो साल से एचआइवी पॉजिटिव पीड़िता अपनी जिंदगी और मौत से जूझ रही है. वह एचआइवी पॉजिटिव से ग्रस्त है. हालत गंभीर होने पर मोतिहारी के डॉक्टरों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया.
यहां आने पर पीएमसीएच के डॉक्टरों ने उसको छूआछूत माना और बेड देने से मना कर दिया. परिजनों का आरोप है कि उन लोगों ने बेड के लिए कई बार डॉक्टरों से संपर्क किया, लेकिन डॉक्टरों ने एक भी नहीं सुनी और बेड देने के बजाय उसको जमीन पर लेटा दिया. इससे पीड़िता की हालत और अधिक गंभीर हो गयी और वह पिछले 12 घंटे से कोमा में चली गयी है.
पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने बताया कि इस मरीज को क्यों जमीन पर लेटा दिया गया, इस संबंध मैं तुरंत पता लगाता हूं. उसको किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.
पति ने ही चढ़ा दिया एचआइवी पॉजिटिव खून
पीड़िता की शादी सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया गांव में गुड्डू के साथ 2013 में
हुआ था. पिता संतोष कुमार (काल्पनिक नाम) ने बताया कि गुड्डू का पहले से
ही प्रेम प्रसंग एक लड़की के साथ चल रहा था, जिसका उसकी बेटी नेकाफी विरोध किया.
विरोध करने पर कई बार पति ने मेरी बेटी के साथ मारपीट की. अंत में जब कुछ नहीं हुआ, तो उसने बाहर से एचआइवी पाॅजिटिव खून
लाया और ज्योति को बेहोश कर उसके शरीर में उसे चढ़ा दिया. नतीजा एचआइवी पॉजिटिव के रूप में सामने है. वह अपनी जिंदगी और मौत से जूझ रही है. यहां पीएमसीएच में भी इलाज में कोताही बरती जा रही है. उसके पिता ने बताया कि उन्होंने सीतामढ़ी थाने में गुड्डू के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है, लेकिन उसका संबंध पुलिस वालों से अच्छा होने के चलते उसे आज तककुछ नहीं हुआ.
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