देवघर : देवघर में शिक्षक नियुक्ति में व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ है. प्रशासनिक स्तर पर गठित टीम ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा भी कर दिया है. डीसी देवघर के निर्देश के गठित उच्चस्तरीय टीम कुछ दिनों से प्रमाण पत्रों की जांच में जुटी है.
जांच में टीम का फोकस अभ्यर्थियों द्वारा जमा किये गये टेट सफल परीक्षा से संबंधित प्रमाण पत्रों पर है. जांच टीम अभ्यर्थियों के टेट पास प्रमाण पत्रों का मिलान बारीकी से कर रही है. टेट प्रमाण पत्रों के मिलान के बाद अन्य शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच पर टीम फोकस करेगी. उच्चस्तरीय टीम द्वारा जांच कार्यों में तेजी नहीं दिखाये जाने से शिक्षक नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों में काफी रोष है.
डीसी द्वारा गठित उच्चस्तरीय जांच टीम को सात जुलाई तक रिपोर्ट सौंपना था. लेकिन, निर्धारित अवधि तक न तो प्रमाण पत्रों की जांच की गयी थी न ही कोई रिपोर्ट ही सौंपी गयी थी. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार देवघर में कक्षा एक से पांच एवं कक्षा छह से आठवीं तक में कुल 626 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था. चयनित 626 अभ्यर्थियों में से 599 अभ्यर्थियों ने योगदान कर लिया है. विशेष प्रशिक्षण के बाद योगदान करने वाले सभी नवचयनित शिक्षकों का पदस्थापन विभिन्न प्रखंडों के स्कूलों में कर दिया गया है.