सहरसा : जिले के सत्तरकटैया प्रखंड के प्रखंड शिक्षक द्वारा अपने प्रखंड शिक्षक पदाधिकारी(बीइओ) की पिटाई करने का एक मामला सामने आया है. बीइओ राजेंद्र ठाकुर के लिखित आवेदन पर सदर थाना में मामला दर्ज करवाया गया है.
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प्रखंड शिक्षक ने बीइओ को पीटा
सहरसा : जिले के सत्तरकटैया प्रखंड के प्रखंड शिक्षक द्वारा अपने प्रखंड शिक्षक पदाधिकारी(बीइओ) की पिटाई करने का एक मामला सामने आया है. बीइओ राजेंद्र ठाकुर के लिखित आवेदन पर सदर थाना में मामला दर्ज करवाया गया है. गाली-गलाैज करते हुए की हाथापाई : दिये आवेदन में उन्होंने कहा है कि मध्य विधालय मकुना के […]
गाली-गलाैज करते हुए की हाथापाई : दिये आवेदन में उन्होंने कहा है कि मध्य विधालय मकुना के प्रखंड शिक्षक रंजीत ठाकुर मेरे आवास पर आये व लंबित वेतन भुगतान के लिये अनावश्यक दबाव देने लगे. शिक्षक ने गाली-गलौज करते हुए मेरे साथ हाथापाई भी की और टेबल पर रखे विभागीय कागजात को यत्र-तत्र फेंक कर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. बीइओ के आवेदन पर सदर थाना में सुसंगत धारा के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दी गयी है. पीड़ित बीइओ का तबादला एक सप्ताह
प्रखंड शिक्षक ने…
पूर्व नवादा हो चुका है. उनकी जगह पर किरण कुमारी ने जिला मुख्यालय में योगदान भी दे
चुकी है.
प्रधानाध्यापक का किया जाली हस्ताक्षर : बीइओ ने कहा कि वेतन भुगतान के लंबित होने के छानबीन के दौरान पता चला कि शिक्षक काफी जालसाज व नकली हस्ताक्षर करने में माहिर है. उनके द्वारा प्रस्तुत अनुपस्थिति विवरणी में प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर का मिलान किया तो उसमें भिन्नता पायी गयी. घटना के दिन जब वह मेरे आवास पर आये तो मैंने जाली हस्ताक्षर के संबंध में पूछताछ करते हुए विभागीय अधिकारी को सूचित करने की बात कही. इस पर वह क्रोधित होकर मारपीट करते हुए कागज को इधर-उधर फेंकने व जान से मारने पर उतारू हो गया. इसी दौरान दो शिक्षक शिवेंद्र नारायण सिंह व मनोज चौधरी मेरे आवास पर आये तो किसी तरह मेरी जान बची.
क्या था मामला
दिये आवेदन में बीइओ ने कहा कि शिक्षक श्री ठाकुर दो माह पूर्व अपने लंबित वेतन भुगतान के लिये मौखिक रूप से जानकारी दी थी. जानकारी मांगने पर कुछ दिनों बाद अप्रैल 2011 से अगस्त 2011 व फरवरी 2013 का अनुपस्थिति विवरणी की छायाप्रति देते हुए वेतन भुगतान करने को कहा. जिस पर मैंने कहा कि यह मेरे कार्यकाल से पूर्व का मामला है. इससे संबंधित वित्तीय अभिलेख मुझे नहीं मिला है. बगैर वित्तीय साक्ष्य के भुगतान में कठिनाई है. फिर भी उनके द्वारा लगातार दबाव दिया जा रहा था.
सत्तरकटैया प्रखंड की घटना
बीइओ के आवेदन पर सदर थाना में मामला दर्ज
मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है.
संजय कुमार सिंह, सदर थानाध्यक्ष
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