बांग्ला पंचांग के अनुसार रविवार से शुरू हो जायेगा सावन मास
मिथिला पंचांग के अनुसार 20 जुलाई से शुरू होगा श्रावणी मेला
19 जुलाई तक भक्त कर सकेंगे स्पर्श पूजा, 20 से लग जायेगा अरघा
देवघर : बांग्ला पंचांग के अनुसार रविवार से बांग्ला श्रावण मास शुरू हो जायेगा. यह 16 अगस्त तक चलेगा. बांग्ला श्रावण मास में भक्त तीन दिन तक ही बाबा बैद्यनाथ की स्पर्श पूजा कर सकेंगे. क्योंकि इसके बाद बाबा मंदिर के गर्भगृह में अरघा लगा दिया जायेगा. मिथिला पंचांग के अनुसार 19 जुलाई को गुरु पूर्णिमा तिथि पर श्रावणी मेला का उदघाटन किया जायेगा तथा 20 जुलाई से श्रावणी मेला शुरू हो जायेगा. इसी दिन बाबा मंदिर के गर्भगृह में अरघा लगाया जायेगा. यह अरघा 18 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन खुलेगा. इसके बाद फिर से भक्त बाबा बैद्यनाथ की स्पर्श पूजा कर सकेंगे. बताते चलें कि श्रावणी मेले के दौरान संक्रांत व हरेक सोमवारी को रात में साढ़े सात व आठ बजे के बीच परंपरा अनुसार बाबा पर विल्वपत्र चढ़ाने के लिए कुछ समय तक अरघा को हटाया जायेगा.
बांग्ला श्रावण में लगेगी विल्व पत्र प्रदर्शनी
बांग्ला पंचांग के अनुसार श्रावण मास शुरू होते ही बाबा मंदिर परिसर में विभिन्न दलों द्वारा विल्व पत्र प्रदर्शनी का आयोजन शुरू हो जायेगा. बाबा मंदिर में यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है. यह प्रदर्शन 16 अगस्त तक पड़ने वाले हरेक सोमवार को लगी. प्रदर्शनी का समापन 16 अगस्त को संक्रांति तिथि पर हो जायेगा.
44 डॉक्टर सहित 210 स्वास्थ्यकर्मियों ने दिया योगदान
श्रावणी मेला के लिये अन्यत्र जिलों से प्रतिनियुक्त 44 डॉक्टरों समेत 210 स्वास्थ्यकर्मियों ने स्वास्थ्य विभाग के श्रावणी मेला कार्यालय में योगदान दे दिया है. मिली जानकारी के अनुसार रांची जिले से दो, हजारीबाग जिले से चार, पूर्वी सिंहभूम जिले से तीन, पश्चिमी सिंहभूम जिले से दो, बोकारो जिले से चार, धनबाद जिले से दो, गढ़वा जिले से पांच, कोडरमा जिले से चार, सिमडेगा जिले से तीन, सरायकेला-खरसावां जिले से दो, पाकुड़ जिले से एक, गिरिडीह जिले से चार, गोड्डा जिले से एक, साहेबगंज जिले से एक, रामगढ़ जिले से पांच व चतरा जिले से एक डॉक्टर योगदान दे चुके हैं. मेला कार्यालय द्वारा अस्थायी शिविरों व अस्पतालों में प्रभारी बनाने के लिये चयन चल रहा है.
डॉ बीपी सिंह बनाये गये पुराने सदर अस्पताल प्रभारी
सिविल सर्जन द्वारा डॉ बीपी सिंह को पुराने सदर अस्पताल का प्रभारी बनाया गया है. इस संबंध में पत्र जारी कर दिया गया है. जानकारी हो कि पुराने सदर अस्पताल में श्रावणी मेला के दौरान तीन पालियों में डॉक्टर ड्यूटी पर रहेंगे. वहीं 10 डायरिया मरीजों व 15 जेनरल गंभीर मरीजों को भरती कर रखने की व्यवस्था रहेगी.
मेले क्षेत्र में निगम लगायेगा पेयजल टैंक
श्रावणी मेला की तैयारी को लेकर नगर निगम पूरी तरह से तैयार है. निगम अपनी शत-प्रतिशत सेवा के लिए तत्पर है. निगम के सीइओ संजय कुमार सिंह ने कहा कि इस बार मेले में भक्तों पेयजल के लिए कोई परेशानी नहीं होगी. जगह-जगह चापानल के अलावा मेला क्षेत्र के चौक-चौराहे में पांच सौ से लेकर एक हजार लीटर का टैंक लगाकर पेयजल उपलब्ध कराने की योजना है. करीब हर जगह टैंक लगाने का काम पूरा हो चुका है. कुछ बचे जगहों पर कल तक पूरा कर लिया जायेगा. वहीं टैंक में पानी भरने के लिए दो टैंकर हरदम तैयार रखा जायेगा. जगह-जगह पर जोन के पर्यवेक्षक के कांटेक्ट नंबर को लगाया जायेगा. किसी प्रकार की परेशानी होने पर जोनल कार्यालय से संपर्क कर कार्य करवाया जा सकता है. वहीं सफाई के लिए भी मेला क्षेत्र में निगम का विशेष फोकस है. दिन-रात सफाई कार्य जारी रहेगी. इसके लिए अतिरिक्त सफाई कर्मी कर्यरत रहेंगे.
अजगैवी नगरी में कांवरियों का आगमन शुरू
श्रावणी मेला शुरू होने के पांच दिन पूर्व ही कांवरियों का आगमन अजगैवी नगरी में शुरू हो गया है. आषाढ़ मास की 10वीं तिथि को हजारों कांवरिया गंगा जल भर कर बाबाधाम को रवाना हुए. पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, यूपी, बिहार आदि राज्यों से कांवरियों का जत्था सुलतानगंज से जल भरकर देवघर के लिए रवाना हुआ. कांवरियों का बाबाधाम जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है, लेकिन कई विभागों की तैयारी अभी पूरी नहीं हो पायी है. असुविधा के बीच ही कांवरियों ने गंगा जल भरा. मेला तैयारी को लेकर निर्धारित डेडलाइन शुक्रवार को समाप्त हो रही है, लेकिन तैयारियां पूरी हो पायेगी, यह देखने की बात होगी.
गुरुवार को दिन भर विद्युत आपूर्ति बाधित रहने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. उमस भरी गरमी में दिन भर बिजली नहीं रहने से पेयजल की भी समस्या रही. देर शाम तक बिजली नहीं आयी. कांवरिया टॉर्च के सहारे चल रहे थे. पीएचइडी व नगर परिषद ने तय समय सीमा में काम पूरा करा लेने की बात कही है. इधर कांवरिया रेणु देवी, मोहन पासवान, शर्मिला ठाकुर, मनोज कुंवर ने कहा कि इस बार भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है.
अजगैवीनाथ मंदिर के चारों ओर बहने लगी मां गंगा की धारा
पिछले कई साल से मां गंगा कच्चे घाटों पर ही रहती थी. लेकिन, इस बार सावन के पूर्व ही मां गंगे पूरी वेग में बाबा अजगैवीनाथ मंदिर के चारों ओर बह रही है. नयी सीढ़ी घाट पर गंगा पहुंच रही हैं. संभावना है कि कांवरिया सावन में पक्का घाट पर ही जल भरेंगे. गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण पक्का घाट पर गंगा आ रही है. इससे कांवरियों को काफी राहत व सुविधा मिलेगी. नगर परिषद की ओर से मेला क्षेत्र में साफ-सफाई तथा घाट पर बैरिकेडिंग का काम, मुख्य नियंत्रण कक्ष, धर्मशाला आदि की रंगाई-पुताई का कराया जा रहा है.