नयी दिल्ली : जांच में सहयोग नहीं करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी इंडिया के फाउंडर जिग्नेश शाह को गिरफ्तार कर लिया है. जिग्नेश साह पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. आज तबियत खराब होने की स्थिति में जिग्नेश शाह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का कहना है कि NSEL घोटाले के आरोपी जिग्नेश शाह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा है. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का दावा है कि जिग्नेश शाह के खिलाफ उनके पास पुख्ता सबूत हैं.
उन्हें कोर्ट में पेशी के बाद प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी उनकी हिरासत लेने की कोशिश करेंगे. प्रवर्तन निदेशालय 5600 करोड़ के NSEL घोटाले की जांच कर रही है. ईडी आज जिग्नेश शाह को पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगा. एनएसईएल घोटाले का मामला 2013 में सामने आया था, इसके बाद से ही इस मामले में देश की कई एजेंसियां जांच कर रही हैं.
एफटीआईएल के एक बयान के अनुसार कंपनी का कहना है कि ये समझ से बाहर है कि ईडी ने ये कदम क्यों उठाया है जबकि जिग्नेश शाह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं. जितनी बार उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया वो गए. कंपनी ने कहा हमें भारतीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और सच जल्द सबके सामने होगा.
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