मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लोगों को कंपनी की बोर्ड मीटिंग होने तक इंतजार करने को कहा है, जो 18 जुलाई को संभावित है. हालांकि, इसको लेकर मैनेजमेंट की ओर से किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गयी है. ऐसे में कर्मचारी और उनके परिवार के लोग इस ऊहापोह में हैं कि किसकी बात मानें और क्या करें. उन्हें आशंका सता रही है कि कहीं वीएसएस नहीं लेते हैं और आवेदन की तिथि पार हो जाती है तो नौकरी भी चली जायेगी और वीएसएस का लाभ भी नहीं मिल पायेगा.
एमडी भी 15 जुलाई तक शहर में नहीं है जबकि यूनियन अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय भी शहर से बाहर हैं. ऐसे में मजदूरों के समक्ष समस्या है. टायो संघर्ष समिति के लोगों का रुख कड़ा तो है, लेकिन कर्मचारी आशंकित है कि आगे क्या होगा और कहीं वे लोग बीच में फंसकर न रह जायें.