बीजिंग : दक्षिण चीन सागर में चीन के दावों पर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले से पहले राष्ट्रीय एकजुटता का आह्वान करते हुए चीन की सरकारी मीडिया ने अमेरिका और जापान के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि अगर पीएलए (पिपुल्स लिबरेशन आर्मी) की सैन्य ताकत परीक्षण को लेकर तनाव बढता है तो चीन को सतर्क रहना चाहिए.
चीन के दावों के खिलाफ फिलीपीन की याचिका पर फैसले के लिए गठित स्थायी मध्यस्थता अदालत के पांच सदस्यीय न्यायाधीशों के मध्यस्थ न्यायाधिकरण का फैसला आने से पहले सरकारी ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने कहा, ‘‘अमेरिका और जापान ने दावा किया है कि चीन सहितसंबंधित देश न्यायाधिकरण के परिणाम का पालन करें. चीन के साथ उनके तीखे टकराव हैं, जिसका कहना है कि यह फैसला ‘कागज के टुकड़े से अधिक’ कुछ नहीं होगा.’ अपने तट से करीब 140 मील के क्षेत्र पर चीन के कब्जा करने के आरोप के अलावा फिलीपीन ने अपनी याचिकामें अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण से चीन के आधिकारिक मानचित्र पर अंकित ‘नाइन डैश लाइन’ के अंतर्गत जल क्षेत्र पर चीनी संप्रभुता के दावों को नामंजूर करने को कहा है.
अंग्रेजी के अक्षर ‘यू’ आकार की यह रेखा चीन के दावों को प्रदर्शित करती है जो कि तेल की अधिकता वाले क्षेत्रों सहित वैश्विक कारोबार के लिए महत्वपूर्ण और प्राकृतिक संसाधनों से प्रचुर दक्षिण चीन सागर (एससीएस) की कम से कम 90 प्रतिशत क्षेत्र पर दावा पेश करती है.
इसी तरह के एक अन्य सरकारी समाचार पत्र ‘चाइना डेली’ ने अपने संपादकीय में लिखा कि अमेरिका और उसके कुछ सहयोगी देशों की निगाहें पहले से ही मंगलवार को होने वाली जीत पर टिकी हैं क्योंकि उनका मानना है कि दक्षिण चीन सागर मध्यस्थता के लिए मध्यस्थ न्यायाधिकरण चीन के खिलाफ फैसला सुनाएगा.