देवघर: पिछले वर्ष मौसम की मार झेलने के बाद इस वर्ष शुरुआती दौर में अच्छी बारिश से किसानों के हौसले बुलंद हैं. पिछले वर्ष हुए नुकसान को किसान इस वर्ष बेहतर उत्पादन कर भरपाई करने की तैयारी में है. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई माह में अब तक 104 एमएम बारिश हुई है. इससे मिट्टी में नमी बरकरार है. संताल परगना में खरीफ फसल में सर्वाधिक धान की खेती होती है, उस अनुसार कृषि विभाग ने जिले भर में कुल 5200 हेक्टेयर भूमि में धान के अाच्छादन करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. जबकि कुल धान के उत्पादन का लक्ष्य 2,05,000 मीट्रिक टन रखा गया है.
सरकार की ओर से 75 फीसदी अनुदानित दर पर पैक्सों को धान का बीज मुहैया कराया गया है. देवघर जिले से कृषि विभाग ने 6,533 क्विंटल अनुदानित बीज का प्रस्ताव भेजा गया था, इसमें 4,061 क्विंटल बीज जिले के विभिन्न पैक्सों को मुहैया कराया गया है. वहीं अब तक 3,854 क्विंटल बीज का वितरण किया जा चुका है. किसानों द्वारा बिचड़ा भी खेतों में डाला जा चुका है. 21 दिनों में बिचड़ा तैयार हो जायेगा. उसके बाद आच्छादन (रोपनी) की जायेगी.
फसल बीमा का फाॅर्म भर दें : डीएओ
जिला कृषि पदाधिकारी एसएन सरस्वती ने कहा कि किसानों को तकनीकी खेती की जानकारी बीएओ, जनसेवक व कृषि वैज्ञानिकों द्वारा समय-समय पर दी जानी है. किसान अभी से ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसलों की बीमा के लिए फाॅर्म भर दें. कृषक मित्रों के माध्यम से फाॅर्म भरना शुरू करें. इसके लिए विशेष कैंप भी लगाये जायेंगे.
रोपनी के लिए खेत कर लें तैयार : कृषि वैज्ञानिक
कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक अनिल राय ने कहा कि बिचड़ा डालने के बाद 21 दिनों में बिचड़ा तैयार हो जायेगा. रोपनी से पहले किसान अभी ही खेतों को तैयार कर लें. खेतों की जुताई कर खरपतवार हटा लें व खेतों में पुराना गोबर डाल कर रखें. जैसे ही बिचड़ा तैयार होगा, किसान खेत को किचड़युक्त कर रोपनी कर सकते हैं.