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कार्यक्रम : एक्सआइएसएस के विद्यार्थियों से रू-ब-रू हुए अमेरिका के कांसुल जेनरल क्रेग हॉल, कहा सबसे मजबूत दौर में है भारत-अमेरिका संबंध
रांची: अमेरिकी कांसुल जेनरल डॉ क्रेग एल हॉल ने कहा कि भारत और अमेरिका का संबंध अब तक के सबसे मजबूत दौर में है. यह और बेहतरी की ओर अग्रसर है़ वे गुरुवार को एक्सआइएसएस में विद्यार्थियों से रू-ब-रू हो रहे थे. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस रिश्ते को कई मौकों […]
रांची: अमेरिकी कांसुल जेनरल डॉ क्रेग एल हॉल ने कहा कि भारत और अमेरिका का संबंध अब तक के सबसे मजबूत दौर में है. यह और बेहतरी की ओर अग्रसर है़ वे गुरुवार को एक्सआइएसएस में विद्यार्थियों से रू-ब-रू हो रहे थे. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस रिश्ते को कई मौकों पर संभावनाओं से भरा बताया है़.
2010 में हमारे बीच सामरिक वार्ता की शुरुआत हुई थी.वहीं पिछले साल व्यापक सामरिक वार्ता की शुरुआत हुई है़ पिछली वार्ता में ऐसे 30 कामकाजी समूह शामिल हुए, जो विभिन्न मुद्दों पर काम कर रहे है़ं इससे इस रिश्ते की व्यापकता को समझ सकते है़ं
दोनों देशों का आर्थिक रिश्ता सशक्त हुआ है.
उन्होंने कहा कि अच्छे संबंधों के लिए जरूरी है कि दोनों अर्थव्यवस्थाएं मजबूत रहें, अन्यथा अपने कार्यक्रमों को चलाने में कठिनाई आयेगी़ विगत कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्ता सशक्त हुआ है़ दोनों देशों के बीच दस साल पहले सिर्फ 30 बिलियन डॉलर का व्यापार था, जो अब बढ़ कर 105 बिलियन डॉलर का हो चुका है़ इसे 500 बिलियन डॉलर करने की योजना है़ व्यापार के लिए स्थितियां सुगम बनाने की आवश्यकता है़ दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग भी बढ़ा है़ यह सहयोग शांति व सुरक्षा के लिए और आतंकवाद के खिलाफ है़ अब अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा सैन्य प्रशिक्षण सहयोगी है़ यह सैन्य संबंध सिर्फ अमेरिकी उपकरणों की खरीद तक सीमित नहीं है, बल्कि हम रक्षा तकनीक के लेनदेन की ओर भी पहल कर रहे है़ं नये हवाई जहाज, जेट इंजन व तकनीक विकसित करने के लिए संयुक्त कार्यबल है़.
स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, शिक्षा के क्षेत्र में भी सहयोगी
स्वास्थ्य के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच कई कार्यक्रम चल रहे है़ं कैंसर, टीबी, एचआइवी-एड्स आदि बीमारियों पर काम हो रहा है़ झारखंड में अमेरिकी स्वास्थ्य वैज्ञानिक मलेरिया, डेंगू व अन्य संक्रामक बीमारियों पर काम कर रहे है़ं दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में सबसे ज्यादा कर्मचारी स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े है़ं इसके अतिरिक्त अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए हमारे पास संयुक्त कार्यबल है़ अमेरिका के कई सेटेलाइट भारत से लांच हुए है़ं इस समय 1,30,000 भारतीय छात्र अमेरिका में पढ़ रहे है़ं शोध व शिक्षा के क्षेत्र में और संभावनाएं तलाशने की जरूरत है़ संभावनाओं को सरजमीं पर उतारने के लिए संरचना तैयार करने की आवश्यकता है. युवा ही देश को विश्व शक्ति और विश्व गुरु बना सकते है़ं राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत को सबसे अच्छा सहयोगी और दोस्त बनाने की बात कही है़.
किसी की सरकार बने, संबंध मजबूत रहेगा
प्रश्नोत्तर सत्र में छात्रों ने अमेरिका में किसी दूसरी पार्टी की सरकार बनने की स्थिति में संबंधों पर असर, ब्रेन ड्रेन व अन्य विषयों पर सवाल पूछे़ जवाब में कांसुल जेनरल ने कहा कि अमेरिका में किसी की भी सरकार बने, संबंधों पर ज्यादा असर नहीं होगा, क्योंकि अमेरिका की विदेश नीति वहां राजनीतिक सोच से ज्यादा प्रभावी है़ वहां भारत समर्थक मजबूत कॉकस भी है़ उन्होंने कहा कि अमेरिका ब्रेन ड्रेन नहीं चाहता़ एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि भारत और अमेरिका के पास प्रजातंत्र, मानवाधिकार जैसे समान मूल्य है़ं.
कार्यक्रम में यूएस इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन की शिवंती नारायण ने अमेरिकी पाठ्यक्रमों की जानकारी दी़ मौके पर अमेरिकन सेंटर कोलकाता के डिप्टी डायरेक्टर सह असिस्टेंट पब्लिक अफेयर्स ऑफिसर डॉ ग्रेग पार्डो, एक्सआइएसएस के निदेशक डॉ एलेक्स एक्का, असिस्टेंट डायरेक्टर फादर प्रदीप केरकेट्टा मौजूद थे़
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