कोलकाता: प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व विधायक मानस रंजन भुईंया सोमवार को दिन भर चर्चा में छाये रहे. उन्हें लेकर कांग्रेस में घमसान मचा हुआ है. सोमवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सबंग से कांग्रेस विधायक मानस रंजन भुईंया के खिलाफ जिला अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया.
सबंग थाना क्षेत्र के दुबराजपुर गांव में तृणमूल कांग्रेस समर्थक जयदेव जाना की पीट कर हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड में मानस सहित 22 लाेगों को आरोपी बनाया गया है. उनमें से 11 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन बाकी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
ये लोग काफी प्रभावशाली माने जा रहे हैं. सोमवार को पुलिस की याचिका पर गौर करते हुए जिला अदालत ने श्री भुईंया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. हालांकि मानस ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे 14 जून को अदालत ने खारिज कर दिया था. इसके बावजूद उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पायी थी.
मानस के पीएसी चेयरमैन बनने पर कांग्रेस खफा
डॉ भुईंया को लेकर विधानसभा में सदन के बाहर व भीतर दोनों ओर चर्चा का माहौल था. विधानसभा की कार्यवाही के पहले चरण में डॉ भुईंया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट का प्रदेश कांग्रेस ने विरोध किया, तो दूसरे चरण में कांग्रेस विधायक व विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान व डॉ भुईंया के बीच मतभेद हो गया. विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने सदन की विभिन्न स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन के नामों की घोषणा की. जब अध्यक्ष ने पब्लिक एकाउंट्स कमेटी (पीएसी) के चेयरमैन के रूप में डॉ मानस रंजन भुईंया के नाम की घोषणा की, तो कांग्रेस ने ही इसका विरोध किया. विपक्ष के नेता व कांग्रेस विधायक अब्दुल मन्नान ने डॉ भुईंया के नाम का विरोध किया और उनकी जगह पर माकपा विधायक सुजन चक्रवर्ती को पीएसी चेयरमैन बनाने का प्रस्ताव पेश किया, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने साफ कर दिया कि पीएसी चेयरमैन का पद मुख्य विपक्षी पार्टी के ही विधायक को बनाने का प्रावधान है. इसके बाद कांग्रेस व माकपा विधायकों ने एक साथ सदन से वॉकआउट किया. उनका आरोप है कि विपक्ष की मांग को विधानसभा अध्यक्ष नहीं मान रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व मानस भुईंया ही बैठक की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि अब ममता-मानस का महाजोट हो गया है, जिसका असर देखने को मिल रहा है.
माना जा रहा है कि डॉ मानस रंजन भुईंया को पीएसी चेयरमैन बनाये जाने पर उनकी गिरफ्तारी को टाला जा सकता है, क्योंकि अब उनकी गिरफ्तारी के पहले पुलिस को विधानसभा अध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी.
कांग्रेस का अंतरकलह आया सामने, मानस को इस्तीफा देने का निर्देश
सोमवार को विधानसभा में ही कांग्रेस के परिषदीय दल की बैठक हुई. बैठक के दौरान विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने मानस भुईंया को पब्लिक एकाउंट्स कमेटी के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने को कहा, तो डॉ भुईंया ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. मानस भुईंया ने कहा कि वह इस बारे में सोच कर बतायेंगे. अब्दुल मन्नान ने घटना की जानकारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को दी. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वह मानस भुईंया को इस्तीफा देने के लिए कहें, अगर वह इस्तीफा नहीं देते हैं तो पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी.