पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की इफ्तार के मौके पर नीतीश कुमार और लालू यादव से हुई मुलाकात पर सियासत तेज हो गयी है. जीतन राम मांझी के दोबारा जदयू में जाने के अटकलों पर बयानबाजी जारी है. इसी बीच एक क्षेत्रीय चैनल को दिये अपने बयान में जदयू नेता और प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि जीतनराम मांझी जब नीतीश कुमार के नहीं हुए तो किसी के भी नहीं होंगे. संजय सिंह ने यह भी कहा है कि जीतन राम मांझी के लिये जदयू के दरवाजे बंद हो चुके हैं.
मांझी ने नीतीश के साथ विश्वासघात किया
संजय सिंह ने टीवी चैनल को दिये बयान में कहा कि नीतीश कुमार ने मांझी को मुख्यमंत्री बनाया और उन्होंने पीठ में खंजर भोकने का काम किया. पार्टी में कई नेता थे लेकिन नीतीश ने उनपर विश्वास जताकर सीएम बनाया. अब मांझी के लिये पार्टी का दरवाजा हमेशा के लिये बंद है.
मांझी ने की थी नीतीश की तारीफ
रविवार को जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार उनके राजनीतिक जन्मदाता हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि यह बात उनके परिवार वाले भी मानते हैं. साथ ही मांझी ने राजनीति को संभावनाओं का खेल बताया था और कहा था कि जब लालू नीतीश एक हो सकते हैं तो कुछ भी संभव है.
भाजपा ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
लालू प्रसाद यादव द्वारा मांझी को केंद्रीय मंत्री बनाने के बयान पर बीजेपी के प्रदेश नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार नेकहा कि लालू प्रसाद यादव अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर की बात कर रहे हैं. प्रेम कुमार ने लालू के बयान पर कहा कि वह एनडीए में फूट डालना चाहते हैं. प्रेम कुमार ने बताया कि एनडीए पूरी तरह एकजुट हैं. प्रेम कुमार ने कहा कि मांझी सारी बातों को समझ रहे हैं और वह लालू के झांसे में नहीं आयेंगे.