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बिजली के लिए हाहाकार
इन दिनों शहर के उपभोक्ता बिजली की अघोषित कटौती से परेशान हैं. इस उमस भरी गरमी में बार-बार िबजली कटने से भी लोग परेशान है. ग्रामीण इलाकों का तो और भी बुरा हाल है. कटिहार : जिले में इन दिनों बिजली की लचर आपूर्ति से उपभोक्ता खासे परेशान हैं. शहरी क्षेत्र में महज 14 से […]
इन दिनों शहर के उपभोक्ता बिजली की अघोषित कटौती से परेशान हैं. इस उमस भरी गरमी में बार-बार िबजली कटने से भी लोग परेशान है. ग्रामीण इलाकों का तो और भी बुरा हाल है.
कटिहार : जिले में इन दिनों बिजली की लचर आपूर्ति से उपभोक्ता खासे परेशान हैं. शहरी क्षेत्र में महज 14 से 15 घंटा िबजली आपूर्ति हो रही है, तो ग्रामीण क्षेत्रों में तीन से चार घंटा बिजली ही लोगों को नसीब हो रही है. आपूर्ति के इतर जब बिजली की सप्लाइ होती है, तो दिन में कई बार बिजली काट ली जाती है.
एक बार बिजली कटने के बाद आधे से पौने घंटे बाद ही मिलती है. इस भीषण गरमी में इस तरह की विद्युत की सप्लाई होने से लोगों का जीना दुभर हो गया है. यह सिलसिला सुबह से दिन भर व रात भर चलते रहता है. राजस्व में अव्वल रहने वाले विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कटिहार में जब इस तरह की सप्लाइ हो, तो अन्य जिलों की क्या स्थिति होगी. ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो यहां पर तीन से चार घंटे विद्युत आपूर्ति की जा रही है. इसके कारण किसानों को पटवन में परेशानी उठाना पड़ रही है.
भाड़े पर पंप सेट लेकर पटवन करना पड़ रहा है. विद्युत की बाधित आपूर्ति से उद्योग-धंधे, बच्चों का पठन-पाठन आदि प्रभावित हो रहा है.
पदाधिकारियों को कोई परेशानी नहीं : विद्युत विभाग के पदाधिकारी व जिला प्रशासन पदाधिकारी को विद्युत आपूर्ति बाधित होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. पदाधिकारी अपने घर व कार्यालय में वातानुकूलित कक्ष में रहते हैं. लाईन कट भी जाय तो जेनरेटर की व्यवस्था रहती है.
वहीं धूप व गर्मी में वाहन के चलने पर उनकी गाड़ियां एयर कंडीशन रहती है. हद तो तब हो जाती है जब पूरे शहर का लाइन कटा हुआ रहता है और विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय में अवस्थित पदाधिकारियों के क्वाटर में लाइन रहता है. एसी पंखा चलते रहता है. इसलिये इन पदाधिकारियों को उपभोक्ताओं के परेशानी से कोई लेना देना नहीं रहता है.
सबसे खराब स्थिति मिरचाईबाड़ी की
शहर के मिरचाईबाड़ी क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी खराब हो गयी है. लगातार 10 से 20 मिनट पर बिजली कटने एवं कई घंटे तक बिजली आपूर्ति के बाधित रहने से उपभोक्ता परेशान हैं. उपभोक्ताओं को न दिन में ठीक से बिजली मिल रही है न ही रात में. उपभोक्ताओं का दिन का चैन व रातों की निंद गायब हो गयी है. लोग उमस भरी गरमी में रतजग्गा करने को विवश हो रहे हैं.
जबकि विद्युत विभाग के अधिकारी को बिजली रहे या कटे इससे कोई मतलब ही नहीं है. दरअसल विद्युत विभाग के वरीय पदाधिकारी शहरी या ग्रामीण क्षेत्र का जायजा ही नहीं लेते हैं. वे अपने चेंबर में ही बैठकर पूरे शहर व जिले की बिजली आपूर्ति को दुरुस्त बताने में लगे रहते हैं. यही वजह है कि विद्युत बिभाग के कर्मचारी व जेई अपने ढंग से बिजली की आपूर्ति कर रहे हैं.
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