55 वर्ष के सभी गरीब वृद्धों को तीन हजार रुपये मासिक पेंशन देने की मांग
जहानाबाद,नगर : बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन द्वारा न्यूनतम मजदूरी कानून लागू करने की मांग को लेकर समाहरणालय के समक्ष धरना दिया गया. धरने का नेतृत्व जिलाध्यक्ष सह राजकीय परिषद सदस्य चंद्रमणि प्रसाद ने किया.
धरने के माध्यम से 55 वर्ष पूरा करने वाले सभी वृद्ध ग्रामीण गरीबों को तीन हजार रुपये मासिक पेंशन देने गृह विहीन गरीबों को 15 डिसमिल जमीन एवं इंदिरा आवास के लिए 3 लाख रुपये देने, भूमिहीनों को खेती के लिए एक एकड़ जमीन देने, बढ़ती मंहगाई एवं भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, खेती का कॉरपोरेटीकरण बंद करने, दलित, आदिवासी महिला, कमजोर वर्गों पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाने, खेत मजदूरों के लिए व्यापक केंद्रीय कानून एवं राज्यों में खेत-मजदूर कल्याण बोर्ड का गठन करने, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति में कटौती वापस लेने, सभी जरूरतमंदों को 2 रुपये किलो की दर से अनाज देने, मनरेगा जैसी कल्याणकारी योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने तथा न्यूनतम मजदूरी 300 रुपया करने की मांग की.
धरना को संबोधित करते हुये वक्ताओं ने कहा कि आजादी के छ: दशक बीत जाने के बाद भी मजदूरों की समस्या का निदान नहीं हो सका है. खेत-मजदूरों के साथ अभद्र व्यवहार व हत्या आम बात हो गयी है. मजदूरों को प्रतिदिन काम भी नहीं मिल रहा है. इसके कारण काम के जुगाड़ में उन्हें दूसरे प्रदेशों में पलायन करना पड़ रहा है. धरना को जगदीश पासवान, योगेंद्र प्रसाद, समरू मांझी आदि ने संबोधित किया.