श्रीनगर : पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था आज रवाना हो गया. मौसम का मिजाज ठीक रहा तो पहला जत्था कल शनिवार को बाबा अमरनाथ के दर्शन कर लेगा. 14500 फुट की ऊंचाई पर बनने वाले हिमलिंग के प्रथम दर्शन के लिए करीब 15 हजार श्रद्धालुओं का जत्था पहलगाम तथा बालटाल के रास्ते रवाना हुआ है. कुल 46 दिनों की यात्रा में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सेवा के लिए लखनपुर से लेकर पवित्र गुफा तक स्वयंसेवी संस्थाओं ने 150 से अधिक लंगरों की व्यवस्था की है. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है. सुरक्षा का जिम्मा सेना सहित एक लाख से अधिक सुरक्षाकर्मियों के कंधों पर होगी. भगवान भोले शंकर के भक्तों की टोली अमरनाथ के पहले दर्शन करने को लेकर काफी उत्साहित है. देश के अलग-अलग राज्यों से जम्मू पहुंचे इन भक्तों में महिलाएं और बच्चे भी है. हर बार की तरह आतंकी अमरनाथ यात्रा में बाधा डालने की कोशिशों में लगे रहते हैं. हाल के दिनों में कश्मीर घाटी से हो रही घुसपैठ भी बढ़ी है. जिससे यात्रा पर खतरा ज्यादा बढ़ा गया है. लेकिन शिवभक्तो का कहना है कि अगर डर ही होता तो अपने घरों को छोड़कर इतनी दूर यात्रा पर ही नहीं आते.
Jammu: First batch of annual Amarnath Yatra pilgrims all set to leave for the base camp, journey flagged off. pic.twitter.com/RBAWMtqKmB
— ANI (@ANI) July 1, 2016
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
कश्मीर घाटी में आतंकी घटनाओं में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए गृह मंत्रालय की तीन सदस्यीय टीम इस समय श्रीनगर में ही है. आतंकवादी घटनाओं में हो रही वृद्धि के कारणों की जांच के अलावा टीम ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा बैठक की. पहलगाम और बालटाल की सुरक्षा व्यवस्था के आकलन में लिए एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. बैठक में अमरनाथ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को तीन स्तर पर सुरक्षा देने का फैसला किया गया है. अमरनाथ यात्रा के दौरान पहलगाम से यात्रा शुरू करने वाले श्रद्धालुओं को पंपोर से गुजरना होगा. यात्रा का पारंपरिक रूट यही है इसलिए ज्यादातर श्रद्धालु यहीं से अपनी यात्रा शुरू करते हैं. अधिकारियों के मुताबिक, आतंकवादियों और उनकी हरकतों पर नजर रखने के लिए वायुसेना की भी मदद मांगी गई है. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि अमरनाथ यात्रा पहाड़ों से होकर गुजरती है और पहाड़ों के चप्पे-चप्पे पर सैनिकों को तैनात नहीं किया जा सकता. इसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी अमरनाथ यात्रा के जत्थों की सुरक्षा के लिए वायुसेना के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को भी तैनात किया गया है.
राजनाथ सिंह करेंगे पहली पूजा
सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने गृहमंत्री राजनाथ सिंह का जम्मु दौरा प्रायोजित हैं. गृहमंत्री अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे और पवित्र गुफा के दर्शन भी करेंगे. राजनाथ शुक्रवार को श्रीनगर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. बैठक में शीर्ष असैन्य, पुलिस और सैन्य अधिकारी भी शामिल होंगे. बैठक में राजनाथ सिंह राज्य की, खासतौर पर पुलवामा जिले में शनिवार को हुए आतंकवादी हमले के बाद स्थिति का जायजा लेंगे. गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों को सीमा पार से घुसपैठ बढ़ने की खबरों के संदर्भ में अत्यधिक सतर्क रहने के आदेश पहले ही दे दिए हैं. गृहमंत्री द्वारा गठित तीन सदस्यीय एक दल इन दिनों राज्य का दौरा कर रहा है. शनिवार 2 जुलाई को राजनाथ सिंह हेलीकॉप्टर से सुबह पवित्र अमरनाथ गुफा जाएंगे और पूजा अर्चना करेंगे. पहली पूजा गृहमंत्री ही करेंगे. गृहमंत्री अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्गों पर किए गए सुरक्षा इंतजाम का जायजा भी लेंगे.