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न दिन को चैन, न रात में राहत

बिजली संकट.अतिक्रमण की कार्रवाई से ढाई लाख लोगों को नहीं मिली बिजली प्रशासन के अतिक्रमण हटाओ अिभयान के कारण मंगलवार को मध्य शहर की िबजली व्यवस्था अस्त-व्यस्त रही. शहर के कई इलाकों में घंटों बिजली गुल रहने से लोगों को काफी परेशानी हुई. भागलपुर : मध्य शहर की बिजली व्यवस्था मंगलवार को चौपट रही. उमस […]

बिजली संकट.अतिक्रमण की कार्रवाई से ढाई लाख लोगों को नहीं मिली बिजली

प्रशासन के अतिक्रमण हटाओ अिभयान के कारण मंगलवार को मध्य शहर की िबजली व्यवस्था अस्त-व्यस्त रही. शहर के कई इलाकों में घंटों बिजली गुल रहने से लोगों को काफी परेशानी हुई.
भागलपुर : मध्य शहर की बिजली व्यवस्था मंगलवार को चौपट रही. उमस भरी गरमी में लगभग ढाई लाख की आबादी को न दिन को चैन मिला और न रात में राहत मिली. लोगों को बिजली के साथ जल संकट से भी जूझना पड़ा. अतिक्रमण को लेकर चल रही कार्रवाई से उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना करना पड़ा. इस कार्रवाई में सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र की बिजली सबौर ग्रिड से दोपहर लगभग 12 बजे बंद करा दी गयी.
एक ही लाइन पर स्थापित रहने से टीटीसी विद्युत उपकेंद्र की भी बिजली बंद हो गयी. आपूर्ति लाइन जब चालू किया गया, तो जिस क्षेत्र में अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई हुई, उस क्षेत्र की बिजली कटौती की गयी. शाम के बाद आधी रात तक मध्य शहर अंधेरे में डूबा रहा. शाम 5.30 बजे सबौर से ही सिविल सर्जन फीडर को बंद करा दिया गया.दोपहर 12 बजे से रात 12 बजे तक बिजली को लेकर उपभोक्ता केवल इंतजार करते रहे, उन्हें बिजली का दर्शन नहीं हो सका. उपभोक्ताओं को जिला प्रशासन व फ्रेंचाइजी कंपनी के पेच में फंस कर रहना पड़ा.
पूर्वी शहर के उपभोक्ताओं को भी नहीं मिली राहत : मध्य शहर ही नहीं, पूर्वी शहर के भी लगभग दो लाख उपभोक्ताओं को राहत नहीं मिल सकी है. यहां न तो अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई चल रही थी और न ही सबौर ग्रिड से बरारी, सेंट्रल जेल व मायागंज विद्युत उपकेंद्र की बिजली बंद करायी गयी थी. हर पांच मिनट पर लाइन ट्रिप करने से उपभोक्ताओं को निर्बाध रूप से बिजली नहीं मिल सकी. बिजली संकट का जलापूर्ति पर भी असर पड़ा है.
11.30 घंटे गुल रही शहर की बिजली, कोई पूर्व सूचना नहीं
एक तो गरमी और उमस और ऊपर से बिजली गुल. मंगलवार को कुल मिला कर लगभग कई घंटे तक मध्य शहर की बिजली कटी रही. उमस भरी गरमी में िबजली संकट से लोगों का जीना मुहाल रहा. हाथ पंखा के अलावा लोगों के पास कोई उपाय नहीं बचा. इन्वर्टर ने भी कुछ घंटे के बाद साथ छोड़ दिया. कुछ इलाकों में लाख कोशिश के बाद भी लोकल फॉल्ट की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित रहने की समस्या बरकरार है. फ्रेंचाइजी कंपनी मनमुताबिक किसी भी एरिया में बिजली आपूर्ति रोक देती है. बिजली आपूर्ति रोकने की अनेक वजह बतायी जाती है. लेकिन इसके बारे में कभी भी पूर्व सूचना नहीं दी जाती है. मंगलवार को भी बिना कोई पूर्व सूचना के शहर के विभिन्न इलाकों की बिजली काट दी गयी.
ऐसे में लोगों को यह भी समझ में नहीं आ रहा था कि बिजली क्यों काटी गयी है. सूचना नहीं मिलने से लोगों ने पानी का स्टॉक भी नहीं किया था. लोगों को लग रहा था कि थोड़ी देर में िबजली आ ही जायेगी. लेकिन जब काफी देर तक बिजली नहीं आयी तो लोगों ने पता करना शुरू किया कि आखिर िबजली क्यों गयी है. रात में तो शहर में ब्लैक आउट सी स्थिति थी. मुख्यालय से पर्याप्त बिजली मिलने के बाद यहां बिजली की खपत नहीं हो पाती है. इस वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. डीएम की फटकार के बाद भी फ्रेचाइजी कंपनी की रवैया में कोई परिवर्तन नहीं आया. इधर शहर के मुख्य बाजार क्षेत्र में देर रात तक अितक्रमण हटाओ जारी रहने से मध्य रात्रि तक मध्य शहर की बिजली बाधित रही.

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