आयुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया कि पोखरों की साफ-सफाई व सौंदर्यीकरण सरकार की जवाबदेही होगी. उन्होंने पोखर समितियों की भूमिका की भी सराहना की.
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प्रशासनिक पहल शुरू: अधिकारियों ने किया निरीक्षण, सिकंदरपुर मन के साथ पोखरों के भी बहुरेंगे दिन
मुजफ्फरपुर: सिकंदरपुर मन सहित शहर के प्रमुख तालाबों के शीघ्र ही दिन बहुरेंगे. राज्य सरकार के निर्देश के बाद प्रशासनिक पहल शुरू हो गयी है. सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद व जिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने सिकंदरपुर मन सहित साहू पोखर, महराजी पोखर व ब्रह्मपुरा पोखर का निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकारियों को पोखर की […]
मुजफ्फरपुर: सिकंदरपुर मन सहित शहर के प्रमुख तालाबों के शीघ्र ही दिन बहुरेंगे. राज्य सरकार के निर्देश के बाद प्रशासनिक पहल शुरू हो गयी है. सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद व जिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने सिकंदरपुर मन सहित साहू पोखर, महराजी पोखर व ब्रह्मपुरा पोखर का निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकारियों को पोखर की साफ-सफाई के साथ-साथ सौंदर्यीकरण की योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया.
सर्वप्रथम अधिकारियों की टीम साहू पोखर पहुंची. पोखर में गंदगी देख प्रमंडलीय आयुक्त ने नाराजगी जताते हुए नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन को श्रावणी मेला से पहले उसकी साफ-सफाई का निर्देश दिया. इसके बाद अधिकारियों ने बारी-बारी से महराजी पोखर व ब्रह्मपुरा पोखर का भी निरीक्षण किया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने बताया कि इन पोखरों में वर्षों से छठ पूजा होती आ रही है, लेकिन बीते कुछ सालों से गंदगी के कारण यहां श्रद्धालुओं को परेशानी होती है.
तीन चरणों में होगा मन का सौंदर्यीकरण : निरीक्षण के आखिरी चरण में प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद, जिलाधिकारी अन्य अधिकारियों के साथ सिकंदरपुर मन पहुंचे. इस दौरान सौंदर्यीकरण पर विचार-विमर्श किया. प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि सौंदर्यीकरण का काम तीन चरणों में पूरा होगा. पहले चरण के तहत मन की मापी व सीमांकन का काम पूरा हो चुका है. दूसरे चरण में मन के चारों ओर चहारदीवारी का निर्माण होगा. आखिरी चरण में नौका विहार सहित अन्य सुविधाओं को विकसित किया जायेगा. सिकंदरपुर मन के सौंदर्यीकरण के लिए वर्ष 2007-08 में डीपीआर तैयार किया गया था. प्रमंडल आयुक्त ने अब इसके लिए नये सिरे से डीपीआर तैयार करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.
सभी जल स्रोतों को करना है अतिक्रमणमुक्त
विगत कुछ सालों से अल्प वर्षा के कारण राज्य में सूखे की स्थिति बन आयी थी. भविष्य में ऐसी नौबत न आये, इसके लिए राज्य सरकार ने ‘अभियान जल निकाय संरक्षण’ योजना तैयार की है. इसके तहत शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के सभी पोखर, मन, झील, आहर, पईन, नहर, नाला आदि जल श्रोतों को अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा. इस संबंध में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने बीते दिनों प्रमंडल आयुक्त अतुल प्रसाद व जिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह को पत्र लिख कर पहल का निर्देश दिया था. सोमवार को सिकंदरपुर मन व तीन पोखरों का निरीक्षण इसी का हिस्सा था.
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