सहरसा : बिहार में कोसी क्षेत्र के डीआइजी चंद्रिका प्रसाद से 20 लाख रुपये रंगदारी की मांग की गयी है और रंगदारी नहीं देने पर बम से उड़ाने की धमकी दी गयी है. 24 जून की दोपहर उनके निजी मोबाइल नंबर 9931024019 पर मोबाइल नंबर 8826757488 से फोन कर यह रंगदारी मांगी गयी. इस मामले में मोबाइल लोकेशन केआधार पर पुलिस की टीम तहकीकात में गाजियाबाद पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गयी है.
जानकारी के मुताबिक कोसी रेंज के डीआइजी चंद्रिका प्रसाद से उनके मोबाइल फोन पर 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धमकी देने वाले की पहचान कर ली है. डीआइजी से रंगदारी मांगने के मामले में सहरसा पुलिस गाजियाबाद पहुंचकर छापेमारी कर रही है.
इससे पहले एसपी के निर्देश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान की कार्रवाई शुरू कर दी है. डीआइजी ने प्राथमिकी के लिए दिये आवेदन में बताया कि मेरे द्वारा पूछने पर कि आप कौन बोल रहे हैं, उक्त व्यक्ति ने अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया.
जिसके बाद कॉलर ने पहले अपना परिचय काला चश्मावाला ब्रह्मदेव का बेटा गांधी जी बताया. इसके बाद डीआइजी ने उक्त व्यक्ति को अपना नाम चंद्रिका बताते पूछताछ की, तो उसने स्वयं को यूपी का आजम खान बताते कहा कि मैं तुम्हारे पूरे परिवार को जानता हूं. उसने फिलवक्त 20 लाख रुपये देने को कहा. इसके बाद रिटायर होने पर मिलनेवाली राशि भी आधी भिजवाने की बात कही. उस व्यक्ति ने रुपये नहीं भेजने पर डीआइजी को बम से उड़ा देने की धमकी भी दी है.
पता जिला गाजियाबाद निकला
डीआइजी ने आवेदन में बताया कि तकनीकी कोषांग द्वारा नंबर के किये गये अनुसंधान में मोबाइल नंबर 8826757488 के धारक के रूप में शेषनारायण नाम के व्यक्ति की जानकारी मिली है. जो ए 86, सेक्टर 9, न्यू विजय नगर, जिला गाजियाबाद, यूपी का रहनेवाला है. इसी व्यक्ति के पूर्व के नंबर 9971365914 पर कॉल किया गया, तो उसका लोकेशन सी 37, शशि गार्डन, मयूर विहार , फेज 1, दिल्ली का निकला है. पुलिस छानबीन में उस नंबर पर बात करने पर उसने स्वयं का नाम ओंकार यादव, माॅडर्न कंस्ट्रक्शन, नोएडा का बताया. शेषनारायण के बारे में पूछने पर उसे कंपनी का प्रोजेक्ट मैनेजर बता फोन काट दिया.
प्राथमिकी में डीआइजी चंद्रिका प्रसाद ने बताया कि पूर्व में भी उनके बेऊर पटना स्थित घर को कब्जा करने व भगाने का प्रयास किया जा चुका है, जिसमें राजेश राय, अखिलेश राय सहित अन्य लोगों की संलिप्तता थी. कई बार मेरे में घर में चोरी भी करायी गयी है. इसके बावजूद स्थानीय पुलिस ने किसी पर कार्रवाई नहीं की. डीआइजी ने मामले की जानकारी पुलिस डीजी सहित आइजी दरभंगा को देते रंगदारी मामले के उद्भभेदन के लिए विशेष टीम गठित करने की बात कही है.