नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन और वित्त मंत्रालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर अपनी पार्टी के सांसद सुब्रण्मयन स्वामी की ओर से किए गए हमलों को आज खारिज करते हुए कहा कि ये बयान ‘अनुचित’ हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजन ‘कोई कम देशभक्त नहीं’ हैं. इसके साथ ही उन्होंने स्वामी पर वस्तुत: निशाना साधते हुए कहा ‘अगर कोई खुद को व्यवस्था से ऊपर समझता है तो यह गलत है. ‘ प्रधानमंत्री के इस बयान का वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा की ओर से स्वामी के हालिया बयानों से दूरी बनाए जाने के संदर्भ में खास महत्व है. स्वामी ने हाल ही में राजन, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम और आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास पर निशाना साधा था.
स्वामी ने जेटली का नाम लिए बिना उन पर कुछ तल्ख टिप्पणियां की थीं. प्रधानमंत्री ने ‘टाइम्स नाउ’ से कहा, ‘‘चाहे ये मेरी पार्टी में हो या नहीं, मेरा मानना है कि ये चीजें अनुचित हैं. प्रचार पाने की इस लालसा से कभी भी देश का भला नहीं होगा. लोगों को बहुत जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करना चाहिए. अगर कोई खुद को व्यवस्था से ऊपर समझता है तो ये गलत है.’ स्वामी का नाम लिए बगैर मोदी से सवाल किया गया था कि ‘आपके राज्यसभा सांसद’ ने रघुराम राजन के खिलाफ जो टिप्पणियां की हैं क्या वे उचित हैं?
स्वामी के बारे में पूछते समय सवाल करने वाले ने मोदी के इलाहाबाद में दिए उस बयान को याद किया जिसमें उन्होंने पार्टी के नेताओं से कहा था कि वे अपने बोल और व्यवहार में संतुलन एवं संयम रखें.
यह पूछे जाने पर कि इस मुद्दे पर भी उनका संदेश स्पष्ट है तो मोदी ने कहा, ‘‘मेरा संदेश बहुत स्पष्ट है. मुझे इस बारे में कोई भ्रम नहीं है.’ मोदी ने राजन की तारीफ करते हुए कहा है कि उनकी देशभक्ति किसी से कम नहीं है और उन्हें भरोसा है कि राजन किसी पद पर रहें या नहीं रहें लेकिन वह भारत की सेवा करना जारी रखेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उनके साथ मेरा अनुभव अच्छा रहा है और उन्होंने जो काम किया है उसकी मैं सराहना करता हूं. वह कोई कम देशभक्त नहीं हैं. वह भारत से प्रेम करते हैं. वह जहां भी काम करेंगे, वह भारत के लिए काम करेंगे और वह देशभक्त हैं.’ राजन को अपना कार्यकाल पूरा करने दिया जाएगा, इससे जुड़ी चिंताओं का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि यद्यपि उनकी नियुक्ति पूर्व की संप्रग सरकार ने की है, लेकिन राजन को उनका कार्यकाल पूरा करने दिया जाएगा.
राजन के पद से हटने से विदेशों में भारतीय अर्थव्यवस्था की छवि प्रभावित होने की खबरों और आशंकाओं के बारे में पूछे जाने पर और इस सवाल पर कि क्या इससे निवेश को नुकसान होगा, मोदी ने कहा कि अगर 2014 में उनके सत्ता संभालने के बाद तीन महीने तक की खबरें याद हों तो इस बारे में अनेक लेख लिखे गये थे कि क्या राजन को इस पद पर बनाये रखा जाएगा या नहीं जिस पर उनकी नियुक्ति संप्रग सरकार ने की थी.
उन्होंने कहा, ‘‘उन खबरों में कहा गया था कि मैं उन्हें :(रबीआइ गवर्नर के पद पर) नहीं रहने दूंगा, तो यह बात गलत साबित हुई.” प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यह कहना गलत है कि राजन हमसे कम देशभक्त हैं. यह कहना भी अनुचित होगा कि वह भारत के हितों के लिए काम नहीं करेंगे. मुझे विश्वास है कि राजन जहां भी काम करेंगे या जिस पद पर रहेंगे, वह भारत की सेवा करते रहेंगे.”