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अब 50 फीसदी अनुदान पर लें मत्स्य बीज

चयनित मत्स्यपालकों को मिलेगा अंगुलिका बीज सीवान : मत्स्यपालकों के बीच अब मत्स्य विभाग 50 प्रतिशत अनुदान पर अंगुलिका बीज वितरण करने की योजना बना रही है. इसको लेकर विभागीय प्रक्रिया शुरू हो गयी है. यह बीज चयनित मत्स्यपालकों के बीच दिया जायेगा, ताकि लोग मत्स्यपालन कर खुद रोजगार से जुड़े और कइयों को प्रत्यक्ष […]

चयनित मत्स्यपालकों को मिलेगा अंगुलिका बीज

सीवान : मत्स्यपालकों के बीच अब मत्स्य विभाग 50 प्रतिशत अनुदान पर अंगुलिका बीज वितरण करने की योजना बना रही है. इसको लेकर विभागीय प्रक्रिया शुरू हो गयी है. यह बीज चयनित मत्स्यपालकों के बीच दिया जायेगा, ताकि लोग मत्स्यपालन कर खुद रोजगार से जुड़े और कइयों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप में रोजगार दे सके. इसको लेकर मत्स्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. जिले में मत्स्यपालन से लगभग 22 सौ से अधिक किसान जुड़े हुए हैं, जो सरकारी व निजी जल कर पर मत्स्य पालन करते हैं. इस बार भी जिले में बंपर मत्स्यपालन की संभावना है. मत्स्यपालन का गुर सिखाने के लिए विभाग द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण का भी आयोजन किया जाता है.
12 लाख एमटी हुआ है मछली का उत्पादन : सीवान में एक वर्ष में लगभग 12 लाख एमटी मछली का उत्पादन मत्स्यपालकों द्वारा हुआ है. सीवान में लगभग 1019 सरकारी एवं 1107 निजी जल कर हैं. साथ ही जल क्षेत्र 726 हेक्टेयर सरकारी व 548 हेक्टेयर निजी है.
इसी भूमि पर मत्स्यपालक साल भर मछली का उत्पादन करते हैं. इसमें विभाग हरसंभव सहयोग करता है. इससे लगभग 22 सौ से अधिक किसान जुड़े हुए हैं.
मछली उत्पादन का बड़ा हब बन रहा सीवान :
आनेवाले समय में सीवान मछली उत्पादन के क्षेत्र में एक बड़ा हब बन रहा है, जहां प्रत्येक वर्ष 12 लाख एमटी मछली का उत्पादन हो रहा है. इतनी मात्रा में मछली का उत्पादन होने का कारण बिहार के नक्शे में अब यह प्रमुख मछली उत्पादन जिले के रूप में सुमार होते नजर आ रहा है. खेती से निराश लोगों के लिए मछली उत्पादन एक बड़ी उम्मीद के रूप में सामने आयी है. इस पेशे में कई अच्छे पगाड़ पाने वाले लोग भी उसे छोड़ कर जुट गये हैं. 10 ऐसे प्रमुख किसान हैं जो सबसे अधिक मछली का उत्पादन करते हैं.
ये हैं प्रमुख किसान :
जिले में मछली पालन करने में गोरेयाकोठी प्रखंड के चैनपुर निवासी कुमार राकेश की पहचान भी एक सफल मछली उत्पादक के रूप में है. इसी तरह बड़हरिया प्रखंड के रोहड़ा खुर्द के शक्ति सिन्हा, चौकीहसन के रामाशंकर साहनी, भगवानपुर प्रखंड के महमदपुर के मनोज साहनी, महाराजगंज के नौतन के मजहरूल हक सहित अन्य किसान शामिल हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी :
मत्स्य विभाग जिले में मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव सरकारी सहायता मत्स्यपालकों को उपलब्ध कराती है, ताकि मत्स्यपालक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से दूसरों को भी रोजगार दे सके. विभाग उनकी मदद के लिए हरसंभव प्रयासरत रहता है. मत्स्यपालकों को 50 प्रतिशत अनुदान पर मछली का बीज देने के लिए तैयारी चल रही है.
मनीष कुमार श्रीवास्तव, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सीवान

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