जानकारी के अनुसार, अमारूत-महकार कस्बा स्थित गायत्री पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में रह कर सूरज पढ़ाई करता था. गरमी की छुट्टियों में वह अपने घर सोहाद चला गया था. पता चला है कि सोमवार को ही परिजन उसे स्कूल पहुंचा गये थे. जानकार बताते हैं कि प्रताड़ना के कारण वह स्कूल नहीं आना चाहता था. परिजन स्कूल में उसे छोड़ कर चले गये, तो वह अकेला हाॅस्टल में था. सोमवार को सभी बच्चे क्लास में पढ़ाई कर रहे थे, तभी उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली.
कमरे में किसी शिक्षक ने बच्चे को छत में लगी कुंडी से झूलता देखा, तो खलबली मच गयी. प्रधानाध्यापक व शिक्षकों ने मिल कर उसे नीचे उतारा व निजी क्लिनिक में इलाज के लिए भरती कराया. परंतु, चिकित्सक ने इलाज करने से मना कर दिया. इसके बाद बच्चे को लेकर गया जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. इधर, डीएसपी उपेंद्र प्रसाद ने बताया कि अमारूत के एक स्कूल में बच्चे की फांसी लगा कर आत्महत्या करने की सूचना मिली है. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.