रांची : चमरा लिंडा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें रिम्स में भरती कराया गया है वो इससे पहले ऑर्किड अस्पताल में भरती थे. चमरा कोर्ट परिषर तक भी नहीं पहुंच पाये जज ने बाहर आकर यह फैसला सुनाया. प्रभात खबर से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया था, मैं तीन महीने से बीमार हूं, इलाज करा रहा हूं
चमरा लिंडा ने कहा कि कोई राज्यसभा चुनाव के समय बीमार नहीं हुआ हूं. पिछले तीन महीने से इलाज करा रहा हूं. चेन्नई, वेल्लोर सभी जगह इलाज कराया था. मेरा शुगर भी कंट्रोल में आ गया था, लेकिन पिछले कई दिनों से दिक्कत हो गयी. चलना मुश्किल हो गया था. काफी कमजोर हो गया था. शुगर के कारण दूसरे अंग प्रभावित हो रहे थे. स्थिति खराब हो गयी, तो नौ जून को यहां भरती हुआ़. इसके बाद कई लोग मुझसे मिलने आये़.
आज भी मैं नहीं चल पा रहा हूं यह पूछने पर कि फिलहाल कैसा महसूस कर रहे हैं, विधायक ने कहा कि फिलहाल चलना मुश्किल है. डॉक्टरों ने चलने के लिए कहा है, लेकिन दो कदम चलता हूं, तो चक्कर आता है. काफी कमजोरी है. शुगर और बीपी धीरे-धीरे कंट्रोल हो रहा है़.
10 जून को जगन्नाथपुर थाने की पुलिस ने 2013 के मामले में अदालत में आवेदन देकर विधायक चमरा लिंडा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट हासिल किया था. चमरा लिंडा ऑर्किड अस्पताल में इलाज करा रहे थे. 10 जून की रात को ही जगन्नाथपुर थाने के इंस्पेक्टर पुलिस बल के साथ ऑर्किड अस्पताल पहुंचे. चिकित्सकों को बताया कि चमरा लिंडा के खिलाफ वारंट है और उन्हें गिरफ्तार करना है. पर डॉक्टरों ने चमरा को बीमार और गिरफ्तारी लायक नहीं बताया. इसके बाद उनके कमरे के बाहर और अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी. 11 जून की सुबह डॉक्टरों की अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने चमरा लिंडा को गिरफ्तार कर लिया.