गुरुवार को नवान्न में टास्क फोर्स की बैठक में मुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी खुल कर व्यक्त की. बैठक में वित्त मंत्री अमित मित्रा, खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक, कृषि मंत्री पुर्णेंदु बोस, अरूप राय, अब्दुर रज्जाक मोल्ला समेत मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी इत्यादि सभी मौजूद थे. बैठक में सीएम ने मंत्रियों व अधिकारियों के सामने अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि मूल्य नियंत्रण पर निगरानी में कहीं न कहीं कोताही बरती जा रही है नहीं तो दाम इस तरह नहीं बढ़ते. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मूल्य वृद्धि काे किसी भी तरह नियंत्रण में लाना ही होगा. बैठक में मुख्यमंत्री ने कई मंत्रियों व अधिकारियों को काफी खरी-खोटी भी सुनायी. मुख्यमंत्री ने बाजाराें पर लगातार निगरानी रखने और मूल्य वृद्धि की प्रति सप्ताह समीक्षा करने की हिदायत दी है. बैठक में मुख्यमंत्री ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि थोक बाजार व खुदरा बाजार में आखिर चीजों की कीमतों में इतना फर्क क्यों हो जाता है.
इस पर नजर रखने की जरूरत है. उन्होंने जमाखोरी करनेवाले कोल्ड स्टोरेज मालिकों के खिलाफ भी काड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने राज्य के किसानों को नये प्रकार के फल व फूल का उत्पादन करने के प्रति आकर्षित करने पर जोर दिया.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्य में दाल, टमाटर व मिर्च का उत्पादन बढ़ाने का भी निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने राज्य में मछली का उत्पादन बढ़ाने पर भी जोर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नाराज मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया कि वह कुछ सुनना नहीं चाहती हैं, उत्पादन बढ़ाना ही होगा. हम लोग दूसरे राज्यों पर निर्भर नहीं रह सकते हैं. बैठक में यह तय हुआ है कि ईडी बाजार पर लगातार नजर रखेगी. बाजारों में लगातार अभियान चलायें जायेंगे. थोक व खुदरा बाजार की कीमतों की लगातार समीक्षा होगी. विशेष रूप से खुदरा बाजारों में कीमतों पर नजर रखी जायेगी. आलू की बढ़ी हुई कीमत सरकार की सबसे बड़ी चिंता का विषय है.