पटना : बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा घोटाला मामले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह के फरार होने में मदद करने वाले दो अन्य व्यक्तियों को आज पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि बीएसईबी के पूर्व अध्यक्ष की पत्नी को ‘नॉन एफआईआर’ आरोपी बनाया गया है.
लालकेश्वर के एजेंट थे दोनों
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने पटना में संवाददाताओं को बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों में पटना कॉलेज में तदर्थ लेक्चरर अजित शक्तिमान और संस्कृत कॉलेज, भागलपुर से संस्कृत शिक्षा बोर्ड में प्रतिनियुक्ति पर आये संदीप कुमार झा नामक एक शिक्षक शामिल है. आज की गिरफ्तारी के साथ इस संबंध में अब तक ‘टॉपर्स घोटाला’ मामले के कथित सरगना बच्चा राय सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. राय को कल गिरफ्तार किया गया था.
बोर्ड अध्यक्ष की पत्नी भी घेरे में
एसएसपी ने बताया कि दोनों अजित और संदीप लालकेश्वर सिंह के ‘‘एजेंट” के तौर पर काम करते थे और वे सिंह की पत्नी एवं जदयू की पूर्व विधायक उषा सिन्हा के बराबर संपर्क में थे. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान सिंह की पत्नी उषा सिंह के भी घोटाले में शामिल होने का खुलासा हुआ है.