सिलीगुड़ी. माहेश्वरी समाज ने रविवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ महेश नवमी महोत्सव मनाया. दिनभर धार्मिक अनुष्ठान और विविध सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किये गये. इस उपलक्ष पर समाज ने अपने कुल देवता महेश (भोले शंकर) की आराधना कर प्रदूषण मुक्त शहर गढ़ने का प्रण लिया. वहीं, सुबह नौ नंबर वार्ड के अग्रसेन रोड स्थित माहेश्वरी भवन परिसर से विराट और रंगारंग शोभायात्रा निकाली गयी. इस दौरान समाज के युवाओं ने जहां सड़कों की सफाई करते हुए स्वच्छ भारत का पैगाम दिया वहीं, समाज की पारंपरिक धार्मिक, लोक संस्कृति व एकता की मिसाल पेश की.
शोभायात्रा में विभिन्न रंग-रूपों से सुसज्जित बच्चों ने अलौकिक झांकियां प्रस्तुत की. पारंपरिक वेश-भूषा व लाल-पिली परिधानों में सुसज्जित महिलाओं ने शोभायात्रा को रंगारंग कर दिया. शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों का परिभ्रमण करते हुए एसएफ रोड स्थित माहेश्वरी सेवा सदन में पहुंची और धार्मिक अनुष्ठानों में तब्दील हो गयी. इससे पहले शोभायात्रा में शामिल समाज के लोगों के लिए आठ नंबर वार्ड की पार्षद खुशबू मित्तल ने अपने पार्षद दफ्तर के सामने एमआर रोड पर पानी-शरबत आदी की समुचित व्यवस्था की थी. माहेश्वरी सेवा सदन परिसर में समाज के लोगों ने अपने कुल देवता का रूद्राभिषेक कर पूजा अर्चना की. इस दौरान ओम नमः शिवाय के मंत्रोजाप के उच्चारणों से पूरा माहौल शिवमय हो उठा. महेश नवमी पर सामाजिक दायित्व का निभाते हुए समाज के लोगों ने माहेश्वरी सेवा सदन में ही रक्तदान शिविर का आयोजन किया. साथ ही नेत्र व मधुमेह परीक्षण शिविर भी लगाया गया.
जो दिनभर चला. इस मौके पर इस वर्ष माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परिक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बंगाल बोर्ड, सीबीएससी बोर्ड व आइसीएसइ बोर्ड के मेधावी 18 छात्र-छात्राओं अभिनंदन कर हौसला आफजायी किया. वहीं, समाज के बच्चों, युवक-युवतियों के अलावा हर उम्र के शख्सियतों का हुनर सामने लाने के लिए अंताक्षरी, मेंहदी आर्ट व क्राफ्ट एवं चित्रांकन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में पूरे जोश के साथ प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.
प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करनेवाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर हौसला बढ़ाया गया. वहीं, असम से आमंत्रित कलाकारों की टीम ने भजन संध्या का ऐसा रंग जमाया की शिव के भजन-गीतों पर भक्त रमते चले गये. महोत्सव को सफल बनाने में माहेश्वरी सभा सिलीगुड़ी, माहेश्वरी युवा संस्था, माहेश्वरी महिला मंडल व उत्तर बंगाल माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता व समाज के लोगों की सराहनीय भूमिका रही.