जमशेदपुर: मनरेगा में लक्ष्य के अनुसार प्रदर्शन नहीं करने पर उप विकास आयुक्त विनोद कुमार ने पोटका, पटमदा, जमशेदपुर अौर घाटशिला बीडीअो से स्पष्टीकरण मांगा है. डीडीसी एवं डीआरडीए की निदेशक उमा महतो ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मनरेगा की समीक्षा की. समीक्षा में पोटका(62 प्रतिशत), पटमदा(73 प्रतिशत), जमशेदपुर (86 प्रतिशत) में मानव दिवस सृजन सौ प्रतिशत से कम पाया गया. तीनों बीडीअो से जवाब मांगा गया है.
अन्य प्रखंडों का मानव दिवस सृजन सौ प्रतिशत या उससे ज्यादा पाया गया. डीडीसी ने हर गांव में कम से कम एक मनरेगा के एक कार्य स्थल को लक्ष्य कर समीक्षा की. समीक्षा में जिले के 1712 गांव में 2181 कार्य स्थल चलने की बात सामने आयी, लेकिन घाटशिला, जमशेदपुर अौर पोटका में कम पाया गया जिसको लेकर तीनों बीडीअो से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
कुल एक्टिव वर्कर में से 30 प्रतिशत को काम देने के लक्ष्य की समीक्षा की. जिले में मनरेगा के कुल 1.27 लाख एक्टिव वर्कर हैं जिसमें से 36-37 हजार को काम देना है, लेकिन समीक्षा में 30 हजार मजदूर काम करते हुए पाये गये. बहरागोड़ा, गुड़ाबांधा का प्रदर्शन तीस प्रतिशत से ज्यादा पाया गया. डीडीसी ने सभी बीडीअो को अनिवार्य रूप से 30 प्रतिशत एक्टिव वर्कर को काम देने का निर्देश दिया. समीक्षा में जिले में 4 हजार मस्टर रोल लंबित पाये गये जिसे युद्ध स्तर पर जल्द से जल्द भरने का निर्देश दिया. बताया जाता है कि 11 जून को मुख्य सचिव राजबाला वर्मा वीडियो कांफ्रेंसिंग कर मनरेगा की योजनाअों की समीक्षा करेंगी, जिसको लेकर डीडीसी ने समीक्षा की.
पोस्ट अॉफिस में ढाई सौ से ज्यादा एफटीअो लंबित. जिले के घाटशिला, पोटका, जमशेदपुर अौर बहरागोड़ा के मनरेगा मजदूरों की मजदूरी भुगतान के ढाई सौ से ज्यादा फंड ट्रांसफर अॉर्डर(एफटीअो) पोस्ट अॉफिस में लंबित हैं, जिसके समाधान के लिए डीडीसी विनोद कुमार ने पोस्ट अॉफिस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में घाटशिला, बहरागोड़ा, गुड़ाबांधा अौर पटमदा, बोड़ाम, पोटका, मुसाबनी अंचल के पोस्ट अॉफिस के पदाधिकारी शामिल थे. डीडीसी ने एफटीअो लंबित होने की समस्या का समाधान एक सप्ताह के अंदर राशि भुगतान करने का निर्देश दिया. पोस्ट अॉफिस के पदाधिकारियों ने एक सप्ताह के अंदर समस्या का समाधान करने का भरोसा दिया है.
मनरेगा से 2500 पूरे, 1786 बचे
डीडीसी विनोद कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मनरेगा से डोभा निर्माण की समीक्षा की. जिले में मनरेगा से 25 सौ डोभा का निर्माण हो चुका है. डीडीसी ने शेष बचे चालू योजना को युद्धस्तर पर बारिश शुरू होने से पूर्व पूरा करने का निर्देश दिया. मनरेगा के तहत जिले को 8,560 डोभा निर्माण का लक्ष्य दिया गया था जिसमें से 8162 की स्वीकृति प्रदान की गयी थी. 4286 पर काम शुरू हो पाया था जिसके बाद मुख्य सचिव ने जितने पर काम शुरू है उसे मॉनसून के पहले पूरा करने का निर्देश दिया था. समीक्षा में जिले में अब तक मनरेगा से 25 सौ डोभा का निर्माण पूरा होना पाया गया. डीडीसी ने शेष बचे 1786 (चालू योजना) को युद्धस्तर पर काम कर बारिश शुरू होने से पहले पूरा करने का निर्देश दिया.