मुजफ्फरपुर: हाई टेंशन तार के नीचे घर बनाने के तो कई मामले सामने आये हैं, लेकिन आप यह जानकर हैरान हो जायेंगे कि 33 हजार लाइन के पोल को ही घर का पीलर बना लिया गया है. यह खतरनाक मामला एसकेएमसीएच पावर सब स्टेशन के सटे डॉक्टर्स कॉलोनी का है. कॉलोनी के एक मकान की छत पर लटक रहा हाई टेंशन तार बड़ी घटना को आमंत्रण दे रहा है.
यही नहीं, एसकेएमसीएच पावर स्टेशन से जुड़े ऐसे एक दर्जन स्थानों को चिह्नित किया गया है कि जहां 33 व 11 हजार केवीए लाइन मकान व बाउंड्री से मात्र पांच से सात फीट की ऊंचाई से गुजर रहा है. बीते एक महीने में हाई टेंशन तार गिरने व पोल में करंट आने से एक दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि एस्सेल की ओर से खतरनाक हाई टेंशन तार के हटाने के लिए पहल शुरू हो गयी है. तार के नीचे घर बनाने वालों को नोटिस दिया जा रहा है. तार के नीचे गार्ड वायर लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है.
शहर व आसपास के मुहल्ले में सुरक्षा की अनदेखी कर ट्रांसफॉर्मर लगाया गया है. नियमानुसार कम से कम 20 फीट चौड़ी सड़क पर ही ट्रांसफॉर्मर लगना है.
ताकि ट्रांसफॉर्मर तक आने वाला हाई टेंशन तार सड़क के बीच से न गुजर कर साइड से निकले. लेकिन ऐसे कई मुहल्ले हैं, जहां दस फीट सड़क पर भी ट्रांसफॉर्मर लगा दिया गया है.
चार फीट नीचे से खींच लेता है तार : हाई टेंशन तार में दौड़ रही कंरट चार से पांच फीट नीचे से ही सुचालक को खींच लेता है. मतलब अगर कोई व्यक्ति तार के रेंज में आ जाये तो मौत के मुंह में जाना तय है. अगर हाई टेंशन के पोल का मकान से संपर्क हो और किसी कारण से करंट लीक हो जाये तो स्थिति विकट हाे सकती है.
एक ही मकान नहीं बल्कि आसपास के कई मकान में भी खतरा हो सकता है. यही वजह है कि 11 व 33 हजार केवीए लाइन को मुहल्ला व घनी आबादी के दूर से निकाला जाता है.