पटना : इंटर साइंस व आर्ट्स के रिजल्ट गड़बड़ी मामले में शिक्षा विभाग ने सोमवार की देर रात कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करा दी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजीव प्रसाद सिंह रंजन, माध्यमिक शिक्षा के पदाधिकारी शिवनाथ प्रसाद और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव हरिहर नाथ झा ने इसे आपराधिक मामला मानते हुए कोतवाली थाने जाकर एफआइआर दर्ज करायी. शिक्षा विभाग ने एफआइआर में पूरी गड़बड़ी के लिए वी.राय कॉलेज कीतरपुर, भगवानपुर (वैशाली), राजेंद्र नगर स्थित विद्यालय जहां मूल्यांकन केंद्र बनाया गया था और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को शक के घेरे में रखा है. विभाग ने प्राथमिकी में पूरे प्रकरण का जिक्र किया है. कब परीक्षा ली गयी? कब मूल्यांकन हुआ?
कब रिजल्ट जारी हुआ? कैसे टॉपर्स छात्रों के दक्षता पर सवाल उठे और उसके बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में इंटरव्यू हुआ, जिसमें वे असफल साबित हुए. इसके बाद उनका रिजल्ट रद्द कर दिया गया और कॉलेज की मान्यता भी स्थगित कर दी गयी. बिहार के पुलिस महानिदेशक पी. के. ठाकुर ने भी प्राथमिकी दर्ज किये जाने की पुष्टि कर दी है. शिक्षा विभाग की ओर से की गयी प्राथमिकी के बाद अब पुलिस विभाग इस मामले में एसआइटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) का गठन करेगा, जो सभी पहलुओं पर अपनी जांच कर कार्रवाई करेगी. रिजल्ट गड़बड़ी में जिनकी भी संलिप्तता होगी उन पर सीधे एफआइआर होगा और अगले 10 दिनों में राज्य सरकार को एसआइटी पूरी रिपोर्ट देगी.
मुख्यमंत्री जी, बीएसइबी को तुरंत भंग करें
पटना. कांग्रेस विधायक डॉ अशोक कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को तत्काल भंग करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति भ्रष्टाचार की जननी बन गयी है. इस बार जिस तरह परीक्षा का परिणाम आया व टॉपर्स को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इससे बिहार की छवि खराब हुई है. बिहार का चेहरा खराब करने में बोर्ड की अहम भूमिका रही. विधायक ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री बोर्ड को दुरुस्त करना चाहते हैं तो तत्काल उसे भंग करें.
दोनों जांच कमेिटयां भंग षड्यंत्र की आ रही बू : सीएम
पटना : इंटर साइंस व आर्ट्स की परीक्षा में गड़बड़ी मामले की जांच के लिए शिक्षा विभाग और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति गठित दोनों कमेटियों को राज्य सरकार ने भंग कर दिया है. पूरे प्रकरण की जांच का जिम्मा बिहार पुलिस को दिया गया है. सोमवार की शाम मुख्यमंत्री सचिवालय में आयोजित आपात बैठक में यह निर्णय लिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने िशक्षा िवभाग को निर्देश दिया कि वे वैशाली में इंटरमीडिएट की परीक्षाफल में धांधली के आरोप में पूरे मामले को आपराधिक मामला मानते हुए थाना में प्राथमिकी दर्ज करें और पूरे मामले की जांच शुरू करें. जांच के दौरान जिसकी भी संलिप्तता पायी जाती है, उस पर कठोर कार्रवाई की जाये. मुख्यमंत्री ने पूरे मामले में कौन लोग शामिल हैं, किन-किन जगहों पर गड़बड़ी हुई इसकी जांच और कार्रवाई कर 10 दिनों के अंदर सरकार को रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है. सीएम नीतीश कुमार ने यह भी निर्देश दिया है कि हाइस्कूलों के बच्चों की लगातार जांच परीक्षा हो.
षड्यंत्र की आ रही बू : नीतीश
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंटर परीक्षा में गड़बड़ी मामले पर कहा कि पूरे मामले में षड्यंत्र की बू आ रही है. इसमें जो लोग भी दोषी हैं उन पर कड़ी कार्रवाई होगी. जो जांच कमेटियां गठित की गयी थीं उसे भंग कर दिया गया है. जब पूरा मामला ही साफ है तो जांच की क्या आवश्यकता है.
इनक्वायरी की जरूरत नहीं, इनवेस्टिगेशन होगा. इसे आपराधिक मामला मानते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है. कौन लोग इसमें शामिल थे, ये कैसे हुआ, उनकी पहचान कर कार्रवाई का जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा में कदाचार की एक तसवीर देख कर उन्होंने जांच का आदेश दे दिया था, इस बार तो साफ है. दो-चार बच्चों के कारण बिहार की बदनामी हुई है.
जांच कमेटी को वापस लिया बिहार बोर्ड ने
पटना .बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से रिजल्ट की गड़बड़ी को लेकर बनायी गयी जांच कमेटी को समिति ने वापस ले लिया है. इस जांच कमेटी की घोषणा समिति अध्यक्ष प्रो. लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दाैरान की थी. पांच जून को तीन सदस्यीय कमेटी का गठन पटना हाइकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश धनश्याम प्रसाद की अध्यक्षता में की गयी. कमेटी को 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट देने की बात भी सामने आयी. लेकिन इसके एक दिन बाद ही 6 जून को समिति ने जांच कमेटी को वापस ले लिया.
नौवीं की परीक्षा स्थगित
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद नौवीं क्लास की परीक्षा स्थगित कर दी गयी है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि हाइ स्कूलों के बच्चों की लगातार जांच परीक्षा की व्यवस्था उचित है, लेकिन अलग से नौवीं क्लास की केंद्रीकृत परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा लेने की आवश्यकता नहीं है. इसके बाद शिक्षा विभाग ने 13 जून से होने वाली नौवीं की परीक्षा को स्थगित कर दिया है. इसकी जानकारी शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने दी.
उन्होंने बताया कि नौवीं की परीक्षा अब अगले साल से ली जायेगी. 2017 में मार्च तक परीक्षा ले ली जायेगी और बच्चों का एसेसमेंट कर लिया जायेगा. शिक्षा मंत्री ने बताया कि नौवीं की परीक्षा को लेकर जो ऑनलाइन रजिट्रेशन हुआ है वह वैलिड रहेगा.
24 घंटे में लालकेश्वर से मांगा जवाब
शिक्षा विभाग ने भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह को नोटिस दिया है और 24 घंटे में जवाब मांगा है. शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव सह निदेशक प्रशासन सुनिल कुमार सिंह ने पूछा है कि आपने (लालकेश्वर प्रसाद सिंह) इंटर कला व विज्ञान के टॉपर छात्रों से संबंधित प्रकरण की जांच के लिए उच्च स्तरीय न्यायिक जांच समिति के गठन का आदेश दिया है. इसके लिए आपने न तो विभाग से और न ही सरकार से सहमति भी प्राप्त की. आपने किस परिस्थिति में बिना सरकार के आदेश के अपने स्तर से न्यायिक जांच समिति का गठन किया है. 24 घंटे के अंदर इसका जवाब विभाग को दें.
सौरभ व राहुल का रजिस्ट्रेशन भी रद्द
पटना. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर साइंस 2016 का टॉपर सौरभ श्रेष्ठ और थर्ड टॉपर राहुल कुमार का रजिस्ट्रेशन नंबर भी रद्द कर दिया है. अब दोनों को दुबारा नामांकन लेना होगा. नामांकन लेकर दो साल इंटरमीडिएट की पढ़ाई करनी होगी, तभी दोनों इंटर की परीक्षा में शामिल हो पायेंगे. बिहार बोर्ड द्वारा किसी छात्र का रिजल्ट रद्द करने के बाद छात्र का रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ नामांकन भी रद्द हो जाता है. इसके बाद नामांकन लेने के साथ आगे परीक्षा तक की सारी प्रक्रियाएं छात्र को खुद करना होता है. इस फैसले के बाद सौरभ और राहुल कंपार्टमेंटल की परीक्षा नहीं दे पायेंगे.
वेबसाइट से हटेगा टॉपर्स का रिजल्ट
टीआर और अंक पत्र को रद्द करने के साथ ही बिहार बोर्ड की वेबसाइट से भी दाेनों टॉपर्स का रिजल्ट हटाया जायेगा. सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार का रिजल्ट रद्द करने के बाद भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर रिजल्ट डाला हुआ है. इस रिजल्ट का कहीं दोनों गलत इस्तेमाल ना कर ले, इस कारण बेवसाइट से रिजल्ट हटाया जायेगा.
रूबी के पास बोर्ड ने भेजी दुबारा चिट्ठी
आर्ट्स टॉपर रूबी राय को बिहार बोर्ड की ओर से दुबारा चिट्ठी भेजी गयी है. चिट्ठी में रूबी राय को 11 जून को समिति कार्यालय में 3 बजे उपस्थित होने के लिए कहा गया है. मालूम हो कि 3 जून को समिति में योग्यता परीक्षा के लिए बुलाया गया था.
वीआर कॉलेज का मामला उठेगा
बिहार बोर्ड की जल्द बैठक बुलायी जायेगी. बैठक में वीआर कॉलेज, कीरतपुर, वैशाली का मामला रखा जायेगा. उसके बाद कॉलेज के संबंध में कुछ निर्णय लिये जायेंगे. ज्ञात हो कि अभी वीआर कॉलेज के कोड 3314 को बोर्ड ने निलंबित कर दिया है. लेकिन पकड़ में आने के बाद कॉलेज कोड को खत्म किया जा सकता है.