।।अमर शक्ति।।
कोलकाता : राज्य के सरकारी अस्पतालों में दाखिला लेना आम लोगों के लिए कितना मुश्किल है, इसका उदाहरण मंगलवार की सुबह देखने को मिला. सोमवार की रात से सीने में बांस का टुकड़ा लिये एक घायल ऑटो चालक ने महानगर के सभी अस्पतालों का चक्कर लगाया, लेकिन उसे कहीं भी दाखिला नहीं मिला.
इसके बाद हार कर वह इसी लहुलुहान अवस्था में कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पहुंच गया. फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हस्तक्षेप के बाद ऑटो चालक को एसएसकेएम (पीजी) अस्पताल में भरती किया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, सोमवार की देर रात कोलकाता से लगभग 58 किमी दूर दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंडहार्बर में एक बांस से लदे हुए लॉरी व ऑटो के बीच टक्कर हो गयी थी, जिससे एक बांस का एक टुकड़ा ऑटो चालक के सीने में घुस गया, स्थानीय लोगों की मदद से उसे सबसे पहले डायमंडहार्बर जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां के चिकित्सकों ने उसे कोलकाता पीजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया.
जब उसे पीजी अस्पताल ले जाया गया तो वहां चिकिस्तकों ने उसका इलाज करने से इनकार कर दिया, उसके बाद उसे महानगर में स्थित चित्तरंजन मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां भी चिकित्सकों ने उसका दाखिला नहीं लिया. इसके बाद उसके परिजन फिर उसे पीजी लेकर गये, लेकिन अस्पताल में बेड नहीं होने का हवाला देते हुए चिकित्सकों ने उसे वापस भेज दिया.
अब ऑटो चालक के परिजनों को जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो वह लोग ऑटो चालक को लहुलुहान अवस्था में कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास लेकर पहुंच गये. उसके बाद मुख्यमंत्री के कहने पर पीजी अस्पताल में घायल ऑटो चालक को भरती किया गया और अब उसका इलाज किया जा रहा है. काफी समय से बांस उसके सीने में घुसे रहने के कारण काफी खून उसका निकल चुका है, इससे ऑटो चालक की अवस्था गंभीर बनी हुई है.