तीन दिनों से विद्युत एवं पेयजलापूर्ति ठप, एक की हो चुकी है मौत
सिमडेगा : जिले में आंधी-तूफान ने काफी तबाही मचायी है. कई पेड़ गिर गये तथा कई घरों के छप्पर उड़ गये. पिछले तीन दिनों से ही आंधी -तूफान का प्रकोप जारी है. आंधी -तूफान के कारण कई स्थानों पर विद्युत तार भी क्षतिग्रस्त हो गया. परिणामस्वरूप पिछले तीन दिनों से विद्युत आपूर्ति ठप है. विद्युत आपूर्ति ठप रहने के कारण तीनों दिनों से पेयजल आपूर्ति भी ठप है.
लोग त्राहिमाम हैं. बिजली व पानी नहीं होने के कारण लोगों का खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आंधी -तूफान का सिलसिला शनिवार से ही शुरू हो गया. आंधी -तूफान का सिलसिला रविवार व सोमवार को भी जारी रहा. तेज आंधी के कारण सिमडेगा से कोलेबिरा तक कई पेड़ मुख्य पथ पर ही गिर गये. शहरी क्षेत्र के अलावा जलडेगा, केरसई, कुरडेग, पाकरटांड़, ठेठइटांगर के अलावा अन्य प्रखंडो में भी तेज आंधी की चपेट में आ कर कई पेड़ जड़ से ही उखड़ गये.जलडेगा के पियोसोकरा चौकीदार टोली निवासी निरोज सुरीन की मौत पेड़ की डाली की चपेट में आने से हो गयी.
केरसई में घर पर ही पेड़ गिरा : केरसई प्रखंड के किनकेल में एक घर पर ही पेड़ गिर गया. इससे घर क्षतिग्रस्त हो गया. जानकारी के मुताबिक जीवन कुजूर व उसके परिवार के लोग घर में थे. इसी क्रम में घर के निकट ही स्थित पेड़ तेज आंधी के कारण उसके घर पर ही गिर गया. हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. घर के लोग बाल-बाल बच गये. घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.