कटोरिया : कटोरिया-बेलहर मुख्य मार्ग पर सूइया ओपी अंतर्गत सतलेटवा मोड़ के पास रविवार की सुबह हुई सड़क दुर्घटना में साला की मौत हो गयी. हादसे में बहनोई भी गंभीर रूप से घायल हो गया. मृतक की पहचान राजू ठाकुर पिता महेश ठाकुर ग्राम भिठवा-मालबथान के रूप में हुई है.
जबकि गंभीर रूप से जख्मी विजय ठाकुर पिता सुरेंद्र ठाकुर ग्राम बरगुनिया (सूइया ओपी) को कटोरिया रेफरल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद देवघर ले जाकर ईलाज कराया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार शादी समारोह में शामिल होने के बाद बाइक पर सवार होकर राजू ठाकुर, उसका बहनोई विजय ठाकुर व एक अन्य युवक भिठवा गांव से बरगुनिया जा रहे थे. बाइक की गति तेज रहने के कारण सतलेटवा मोड़ पर बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. इसमें राजू व विजय गंभीर रूप से जख्मी हो गये.
नक्सली वारदात . पुलिस मुखबिरी करने वाले एसपीओ को चिह्नित कर की तीन लोगों की हत्या
चिराग दा हत्या का लिया प्रतिशोध
हथियारों से लैस नक्सलियों ने चिराग दा हत्या के प्रतिशोध में चकाई थाना क्षेत्र की बोंगी पंचायत के गादी गांव में तीन युवक गादी निवासी दीपन मंडल व झारखंड के योगेंद्र तुरी व मुकेश राय की की गला रेत कर हत्या कर दी. शनिवार की देर रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब 18 से 20 की संख्या में पुलिस की वरदी पहने व हथियार से लैस माओवादियों ने घटना को अंजाम दिया .
इधर, इस घटना के बाद क्षेत्र मंे दहशत का माहौल है. परिजनों रो रो कर बहाल हैं. बीते शनिवार की रात चकाई थानाक्षेत्र के बोंगी पंचायत के गादी निवासी दीपन मंडल की हत्या किये जाने की सूचना पाते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया.
बीते रात्रि चकाई प्रखंड क्षेत्र के बोंगी पंचायत के गादी गांव में घटना को अंजाम देने पहुंचे नक्सलियों ने काफी सर्तकता के साथ अपने कारनामों को अंजाम दिया है. ग्रामीणों की मानें तो 18 से 20 की संख्या में आये नक्सलियों ने दीपन को जबरन घर से निकाल कर ले गया था. जबिक योगेंद्र तूरी और मुकेश राय को वहां अपने साथ लाया था. घटना को अंजाम देने के दौरान चारों तरफ नक्सलियों का दस्ता फैला हुआ था. नक्सली टार्च जला कर तथा अपनी भाषा में आपस में बातचीत भी कर रहा था. ग्रामीणों ने बताया कि घटना स्थल से महज चार से पांच किलोमीटर की दूरी पर भेलवा घाटी थाना में सीआरपीएफ का कैंप वर्तमान में स्थित है. इसके बाद भी पुलिस को इसकी भनक नहीं मिली. ग्रामीण बताते हैं कि तीनों युवक की हत्या करने के दौरान कई नक्सली सदस्य टार्च जला कर अपना सहयोग दे रहा था. बारी-बारी से तीनों की हत्या करने के उपरांत भी काफी समय तक वहां रहने के बाद नक्सली अपने गंतव्य की और चल दिया था.