मुंगेर : सदर अस्पताल स्थित आइ हॉस्पीटल में पिछले दो माह में मोतियाबिंद के मात्र एक मरीज का ही ऑपरेशन हो पाया है़ चालू वित्तीय वर्ष में जिले को 3500 मोतियाबिंद के मरीज का ऑपरेशन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है़ किंतु अस्पातल प्रबंधन की उदासीनता के कारण लक्ष्य को पूरा कर पाना काफी मुश्किल होगा़
चालू वित्तीय वर्ष में अबतक एक ऑपरेशन अप्रैल माह में किया गया. जबकि यहां मरीजों की सुविधा के लिए दो नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ पीएम सहाय एवं डॉ रईस पदस्थापित हैं. किंतु दो चिकित्सक रहने के बावजूद भी मरीजों का ऑपरेशन नहीं किया जा रहा. चिकित्सकों का कहना है कि आइ हॉस्पीटल के ऑपरेशन थियेटर के संचालन के लिए यहां ओटी इंचार्ज नहीं है़
यहां के ओटी इंचार्ज को अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने नशामुक्ति केंद्र में पदस्थापित कर दिया़ जबकि आइ हॉस्पीटल में ओटी इंचार्ज का पोस्ट अब भी खली पड़ा हुआ है.
जिसके कारण ऑपरेशन थियेटर में मरीजों का ऑपरेशन करना संभव नहीं है़ इतना ही नहीं ओटी में लगा हुआ एयकरडीशन मशीन भी महीनों से खराब है़ आइ हॉस्पीटल को इस आशय के साथ खोला गया है कि यहां सिर्फ नेत्र रोगियों का इलाज व ऑपरेशन किया जाय. किंतु पिछले एक साल से यहां शिशु वार्ड का संचालन किया जा रहा है़ जिसके कारण हॉस्पीटल महिला वार्ड शिशु ओपीडी के गिरफ्त में है़